केन्द्र सरकार से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के अनुरोध के लिए गत बुधवार को विधानसभा में ध्वनिमत से संकल्प पारित होने पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि गाय एवं गंगा के प्रति हमारी श्रद्धा रही है। इनका हमारे जीवन में विशेष महत्व है। उत्तराखण्ड में गौ संरक्षण की दिशा में व्यापक पहल की गई है।
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गाय को सम्मान दिलाने की हमारी प्रतिबद्धता रही है। गाय को राष्ट्रमाता बनाने की दिशा में भी हमने प्रभावी पहल की है। इसी दिशा में पहल करते हुए विधानसभा में केन्द्र सरकार से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के अनुरोध के लिए ध्वनिमत से संकल्प पारित किया गया है।
आपको बता देें कि गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है। विधानसभा में यह बिल पास हो गया है और अब इसे केंद्र के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है। उत्तराखंड की पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने उत्तराखंड विधानसभा में बिल पेश किया था। रेखा आर्या ने भी कहा कि हम सभी (विपक्ष और सत्ता) गाय के महत्व से वाकिफ हैं, न सिर्फ भारत बल्कि दूसरे देशों में इसका सम्मान किया जाता है।
रेखा आर्य ने कहा कि इसके अलावा, कई लोगों के लिए यह जानवर कमाई का जरिया भी है और लोग जीविकोपार्जन के लिए इस पर निर्भर हैं। देहरादून के मेयर विनोद चंबोली समेत बीजेपी के कई नेताओं ने प्रस्ताव पर लोगों एकजुटता बढ़ाने के लिए प्रयास किया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि गाय की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।