वक्त-वक्त की बात है, जो कभी उत्तराखंड में हर आंख का तारा हुआ करता है आज उनके विरोध में चोर-चोर के नारे लगाए जा रहे हैं। हम बात कर रहे हैं सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जो केदारनाथ धाम पहुंचे थे।
Please check this Dr.@Swamy39 ji, this is how Kedarnath Priests & people protested against Fmr CM Trivendra Singh Rawat’s visit to Kedarnath, was sent back without allowing him to the temple. In his tenure as CM, Devasthanam board was formed & 51 temples was takenover under Govt. pic.twitter.com/XyVdMTlx9m
— 🇮🇳 Gurudath Shetty Karkala 🇮🇳 (@GurudathShettyK) November 1, 2021
उत्तराखंड के प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर पहुंचे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को तीर्थ पुरोहितों के विरोध का सामना करना पड़ा। उन्हें विरोध की वजह से यहां से वापस लौटना पड़ा। वहीं उनकी मौजूदगी में विरोध कर रहे लोगों ने जमकर नारेबाजी की।
केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों के भारी विरोध के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मंदिर तक भी नहीं पहुंच पाए। करीब 5 घंटे वो नहां रहे लेकिन दर्शन नहीं कर पाए। केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने चोर-चोर के नारे के साथ काले झंडे भी दिखाए और वापस जाओ के नारे लगाए।
त्रिवेंद का ये विरोध था उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम बोर्ड के गठन की वजह से जिसके बाद उन्होंने अपना बचाव करते हुए ये भी कहा कि आज जो इसका विरोध कर रहे हैं, दस साल बाद वे ही इस फैसले की तारीफ करेंगे।