निर्मल उप्रेती (अल्मोड़ा)
वनाग्नि के लिहाज से काफी संवेदशील अल्मोड़ा जनपद के जंगल लगातार आग से सुलग रहे है। चारो ओर जंगलों में आग लगी हुई है। अब तक सैकड़ो हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो चुके है। वनाग्नि से करोड़ो की वन संपदा का नुकसान हुआ है। जिससे वन विभाग को अच्छी खासी चपत लगी है।
अल्मोड़ा नगर से लगे वन क्षेत्र कोसी ,पर्यटक स्थल कसार देवी कस्बे के पास के जंगल बीते आग से धधक रहे है। धीरे धीरे आग ने पूरे जंगल को अपने चपेट में ले लिया है। वन विभाग के मुताबिक अल्मोड़ा में इस फायर सीजन में अब तक वनाग्नि की 100 से अधिक घटनाए सामने आ चुकी है। जिसमे करीब 255 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है।
वही, दावानल से निपटने के लिए वन विभाग के पास फील्ड कर्मचारी तक नहीं है। हाल यह है कि वनाग्नि से निपटने में मुख्य रोल निभाने वाले फारेस्ट गार्ड के पद पर 50 फीसदी कर्मचारी ही कार्यरत है। बिना फील्ड कर्मचारियों के कैसे आग बुझेगी, यह बड़ा सवाल है।
इधर वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बीते दिनों बारिश होने के बाद जंगलों में आग की घटनाएं कुछ कम हुई है। लेकिन गर्मी बढ़ते ही एक बार फिर आग की घटनाएं बढ़ने लगी है। अफसरों का कहना है कि वन विभाग आग की बड़ी घटनाओं पर फोकस कर रहा है। साथ ही कई जंगलों को बड़ी घटना होने से बचा लिया है।