12वें ज्योर्तिलिंग में शामिल भगवान केदार के कपाट खोलने की तिथि तय हो गई है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में अग्रणी व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के कपाट 6 मई को भक्तों के लिए खोले जाएंगे। इस दिन सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर वृश्चिक लग्न में बाबा केदार के कपाट खोले जाएंगे।
6 मई को भक्तों के लिए खुलेंगे केदारनाथ धाम के कपाट
12वें ज्योर्तिलिंग में शामिल भगवान केदार के कपाट खोलने की तिथि तय हो गई है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में अग्रणी व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के कपाट 6 मई को भक्तों के लिए खोले जाएंगे। इस दिन सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर वृश्चिक लग्न में बाबा केदार के कपाट खोले जाएंगे। महाशिवरात्रि के अवसर पर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में रावल भीमाशंकर लिंग, मन्दिर समिति के पदाधिकारियों और विद्वान आचार्यों की मौजूदगी में पंचाग गणना के अनुसार तिथि घोषित की गई है।
1 मई को होगी भैरवनाथ की पूजा
1 मई को भैरवनाथ की पूजा सम्पन्न होगी। जिसके बाद केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से 2 मई को रवाना होगी। 3 मई को बाबा की डोली फाटा पहुंचेगी, 4 मई को गौरीकुंड और 5 मई को केदारनाथ में रात्रि प्रवास करेगी। इसके बाद 6 मई को भक्तों के लिए बाबा केदार के कपाट खोल दिए जाएंगे।
कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से होगा पालन
महाशिवरात्रि पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने की तिथि तो घोषित हो गई है, लेकिन कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने को कहा गया है। कोरोना गाइडलाइन में भक्तों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के तहत पूजा-अर्चना, जलाभिषेक, कीर्तन भजन करने को लेकर भी नियम बनाए गए हैं। इस साल धाम में पूजाओं के लिए मुख्य पुजारियों की भी नियुक्ति कर दी गई है। केदारनाथ धाम की जिम्मेदारी एम टी गंगाधर लिंग को सौंपी गई है तो मदमहेश्वर धाम में शिव शंकर लिंग तैनात रहेंगे।