उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। लेकिन उससे पहले ही राज्य में सियासत ऐसी हिचकोली खा रही है कि कांग्रेस और बीजेपी से संभाले नहीं संभल रही। कांग्रेस में अंदरुनी कलह की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि अब बीजेपी में बवाल शुरू हो गया है।
हरक सिंह रावत के इस्तीफे से बीजेपी में घमासान
उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। लेकिन उससे पहले ही राज्य में सियासत ऐसी हिचकोली खा रही है कि कांग्रेस और बीजेपी से संभाले नहीं संभल रही। कांग्रेस में अंदरुनी कलह की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि अब बीजेपी में बवाल शुरू हो गया है। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के प्रति काफी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने अपना दर्द बताते हुए यहां तक कह दिया कि उन्हें पार्टी में भिखारी बनाकर रख दिया है।
मुझे पांच साल में भिखारी बनाकर रख दिया- हरक सिंह
प्रदेश के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत जहां अपने गुस्सैल रवैये और बोल्ड तेवरों के लिए जाने जाते हैं, वहीं कई मौकों पर वह भावुक भी नजर आते हैं। कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के इस्तीफे की खबर के साथ ही उनके दिल का दर्द भी बाहर आया है। उनके करीबियों का कहना है कि वह बहुत आहत हैं। हरक ने उनसे अपना दर्द बयान किया कि अगर मैं कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज मांग रहा हूं तो क्या अपने लिए मांग रहा हूं। इन्होंने मुझे पांच साल में भिखारी बनाकर रख दिया।
इस्तीफा देने के बाद से गायब हरक सिंह रावत
एक ओर हरक सिंह रावत के करीबियों ने रावत का दर्द मीडिया के सामने रखा तो दूसरी ओर हरक सिंह रावत लगभग गायब से हो गए हैं। सूत्रों का कहना है कि कैबिनेट बैठक में नाराज होने और अपने इस्तीफे की घोषणा करने के बाद वह वहां से निकल गए। इस दौरान मीडिया कर्मियों सहित तमाम लोगों ने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका फोन लगातार स्विच ऑफ आता रहा। हरक सिंह का पीछा करते हुए मीडियाकर्मियों ने उनके यमुना कॉलोनी स्थित सरकारी आवास पर डेरा जमाया, लेकिन हरक सिंह वहां नहीं पहुंचे। डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास में भी वह नहीं मिले। कैबिनेट बैठक से बाहर निकलने के बाद हरक सिंह ने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया था। इसके बाद हरक सिंह कहां पहुंचे और वो कहां है किसी को खबर नहीं है।
कैबिनेट बैठक में नाराज होकर दिया था इस्तीफा
बता दें कि शुक्रवार को कोटद्वार मेडिकल कालेज धरातल नहीं उतरने से कैबिनेट बैठक में अचानक डॉ. हरक सिंह रावत का गुबार फूट पड़ा। जिससे सरकार को भी असहज होना पड़ा। चुनाव से पहले मंत्रिमंडल बैठक में उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने की बात कह मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों को असहज किया। गौरतलब है कि दो दिन बाद जेपी नड्डा उत्तराखंड के दौरे पर पहुंचने वाले हैं। लेकिन उससे पहले हरक सिंह रावत