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अल्मोड़ा: क्या कम्प्यूटराइज्ड अभियान में हुआ घोटाला, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने लगाए आरोप, 30 करोड़ की धांधली की आशंका  

vlcsnap 2021 10 27 15h01m52s089 अल्मोड़ा: क्या कम्प्यूटराइज्ड अभियान में हुआ घोटाला, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने लगाए आरोप, 30 करोड़ की धांधली की आशंका  

उत्तराखंड में सहकारिता विभाग की ओर से चलाए जा रहे कम्प्यूटराइज्ड अभियान में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने घोटाले के आरोप लगाए हैं।

उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने लगाए कम्प्यूटराइज्ड अभियान में घोटाले के आरोप

उत्तराखंड में सहकारिता विभाग की ओर से चलाए जा रहे कम्प्यूटराइज्ड अभियान में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने घोटाले के आरोप लगाए हैं। प्रदेश की बहुद्देश्यीय प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियां (एमपैक्स) में चलाए जा रहे कम्प्यूटराइज्ड अभियान पर सवाल उठाते हुए उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष पीसी तिवारी ने घोटाले की आशंका जताई है। पी सी तिवारी का आरोप है कि उत्तराखंड की 600 से अधिक इन सहकारी समितियों में कम्प्यूटराइजेशन के नाम पर करीब 30 करोड़ की धांधली की गई है। जिसमें सहकारिता विभाग से लेकर विभाग के मंत्री की मिलीभगत है। उन्होंने अल्मोड़ा जिला अधिकारी वंदना सिंह को पत्र देकर इसकी उच्च्स्तरीय जांच की मांग की है।

‘समितियों को दिया गया 86 हजार रूपये कंप्यूटर बिल दिया गया’

पीसी तिवारी ने बताया कि अल्मोड़ा ज़िले में 77 सहकारी समितियां है। जिसमें से हर एक में 5 लाख 40 हजार रुपए की लागत से यह योजना संचालित की जा रही है। इसमें 2 लाख 80 हजार रुपए समितियों की ओर से इतनी ही धनराशि सहकारी बैंकों से दी जा रही है। जिसमें जिलों में सहकारी समितियों के सदस्यों का लगभग 4 करोड़ रुपया दांव पर लगा है। इसी तरह पूरे प्रदेश में मौजूद 660 सहकारी समितियों से करोड़ों रुपए इस योजना में खर्च किए जा रहे हैं। जिसमें मात्र 86 हजार रूपये कंप्यूटर बिल समितियों को दिया गया है।

30 करोड़ रुपए की धांधली होने की जताई आशंका

पीसी तिवारी ने सवाल करते हुए कहा कि इतनी बड़ी ख़रीद की प्रक्रिया क्या रही है और करोड़ों रुपया किस तरह खर्च किया जा रहा है? इस पर सहकारिता सहकारी विभाग ने चुप्पी साधी है। उन्होंने उत्तराखण्ड में इस मामले में करीब 30 करोड़ रुपए की धांधली होने की आशंका जताई है और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े फर्जीवाड़े में सहकारिता विभाग से लेकर विभाग के मंत्री की भूमिका संदिग्ध है। पी सी तिवारी ने कहा कि अगर यह घोटाला साबित होता है तो सहकारिता विभाग के मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। साथ ही तिवारी ने कहा कि प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा खुद को जीरो टॉलरेंस की सरकार बताती है, अगर वह वाकई में भ्रष्टाचार के खिलाफ है तो इस मामले का सरकार को जल्द से जल्द पर्दाफाश करना चाहिए।

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