निर्मल उप्रेती (अल्मोड़ा)
पिछले दो सप्ताह से अल्मोड़ा जनपद के जंगलो में आग का ग्राफ बढ़ने से वन संपदा को भारी क्षति पहुंची है। वन विभाग के आंकड़ो के अनुसार अभी तक 229 आग की घटनाएं हुई है। जिससे 490 हेक्टेयर वनक्षेत्र जल चुके है।
इन भीषण आग की त्राषदी के कारण आग धुंए ने शहरी क्षेत्रों को अपने आगोश में ले लिया है। और धुँए की धुंध छाई हुई है। जिसके कारण आम जनता की सेहद पर व्यापक असर पड़ रहा है। धुंए की वजह से टीवी, निमोनिया,अस्तमा,फेफड़ों की बीमारी से ग्रसित लोगों को काफी परेशानी हो रही है। साथ ही कोविड से ठीक हुए लोगो पर भी खतरा है।
अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज फिजिसियन एवम बालरोग विशेषज्ञ का कहना है कि जंगलो की आग से निकले धुएँ और छाई धुंध का सीधा असर लोगो के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। जिससे संक्रमण रोगों से ग्रसित लोगों के खतरनाक साबित होगा। वही कोरोना का उपचार या फिर कोविड से उभरे लोगों पर प्रभाव पड़ सकता है।