अल्मोड़ा में अगस्त क्रांति के अवसर पर शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया। इस दौरान शहरवासियों ने नेहरू वार्ड में श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
अगस्त क्रांति के अवसर पर स्वतंत्रता सेनानियों को किया गया याद
अल्मोड़ा की एतिहासिक जेल देश की आजादी की गवाह रही है। ये जेल स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान की यादों को ताजा करती है। ऐतिहासिक अल्मोड़ा जेल में नेहरू वार्ड में अगस्त क्रान्ति के दिन शहरवासी बढ़-चढ़कर भागीदारी कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। इस बार भी कोविड के चलते सीमित मात्रा में क्रांतिकारी सेनानियों को याद किया गया। अल्मोड़ा की इस जेल में आजादी के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी निरूद्ध रहे। जिसमें पंडित जवाहरलाल नेहरू, खान अबुल गफ्फार, आचार्य नरेन्द्र देव सहित सैकड़ों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की याद ताजा करती हैं। वहीं इसको लेकर अपर जिला अधिकारी बी एस फिरमाल ने बताया कि अगस्त क्रान्ति ऐतिहासिक क्रांति है। हर साल इस पर्व को हर्सोल्लास के साथ मनाया जाता है। लेकिन इस बार कोरोना के चलते सादगी से इस पर्व को मनाया जा रहा है।
1872 में स्थापित की गयी थी ऐतिहासिक जेल
आपको बता दें कि अल्मोड़ा जिले की ऐतिहासिक जेल 1872 में अंग्रेजों द्वारा स्थापित की गयी थी। यह जेल अगस्त क्रांति की प्रमुख गवाह रही है। वहीं अल्मोड़ा के नेहरू वार्ड को पर्यटकों के लिए खोलने की मांग भी समय-समय पर उठती रही है। लेकिन अगस्त क्रांति की गवाह रही जेल को पर्यटकों के लिए अभी तक नहीं खोला जा सका है।