राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट पर जलने वाली अमर जवान ज्योति की लौ को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की मशाल के साथ विलीन कर दिया गया है। अल्मोड़ा में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और उत्तराखंड मीडिया कॉर्डिनेटर आकांशा ओला ने प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि अमर जवान ज्योति पिछले 50 सालों से अनवरत जल रही है। ये हमारे शौर्य, साहस,बलिदान और स्वाभिमान का प्रतीक है लेकिन आज उसे बुझा दिया।
अमर जवान ज्योती का वॉर मेमोरियल में विलय
राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट पर जलने वाली अमर जवान ज्योति की लौ को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की मशाल के साथ विलीन कर दिया गया है। शुक्रवार को परेड के बाद एक सैन्य समारोह में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जलने वाली ज्योति के साथ अमर जवान ज्योति की लौ को विलय कर दिया गया। इसको लेकर अब विपक्ष लगातार सरकार पर कटाक्ष कर रहा है। इसी बीच अल्मोड़ा में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और उत्तराखंड मीडिया कॉर्डिनेटर आकांशा ओला ने प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि अमर जवान ज्योति पिछले 50 सालों से अनवरत जल रही है। ये हमारे शौर्य, साहस,बलिदान और स्वाभिमान का प्रतीक है लेकिन आज उसे बुझा दिया।
‘ये राजा के मनमानी की कहानी कहती है’
उन्होंने कहा कि इंडिया गेट पर 50 साल से स्थापित अमर ज्योति का नया पता अब वॉर मेमोरियल होगा। जब किसी राजा के महल के निर्माण के लिए शहीदों के बलिदान और शौर्य के प्रतीकात्मक स्थान को बदल दिया जाये और अनवरत जलने वाली लौ को बुझा दी जाए तो ये उस राजा के मनमानी की कहानी कहती है। अमर जवान ज्योति की ज्योत हिंदुस्तान में करोड़ों देशभक्तों के लिए मंदिर की ज्योति की तरह है। ये बलिदानियों का मंदिर है। जिस तरह मंदिर की ज्योत को विस्थापित नहीं किया जा सकता उसी प्रकार अमर जवान ज्योति का विस्थापन भी संभव नहीं है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या हिंदुस्तान की सरकार हमारे देश के शौर्य,बलिदान,त्याग,तपस्या,वीरता के लिए दो जगहों पर ज्योति नहीं जलवा सकती उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी।