Joshimath: जोशीमठ में भू धंसने से सरकार की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। राज्य सरकार ने अब जोशीमठ को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया है।
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जोशीमठ के शहर और आसपास के इलाकों में विकास कार्यों पर बैन लगा दिया गया है। वहीं, जोशीमठ में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। अब तक 70 परिवारों को खतरनाक जगह से निकालर सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने रविवार को जोशीमठ के हालात को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की थी, जिसमें राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया गया।
अब तक 610 मकानों में आई दरारें
जोशीमठ के घरों में दरारें चौड़ी होती जा रही हैं। अब तक 610 मकानों में दरार पड़ चुकी है। लोग डर के मारे अपना घर छोड़कर कहीं और रह रहे हैं। वहीं, लोकल प्रशासन ने लोगों से राहत कैंपों में चले जाने की अपील की है।
तीन जोन में बांटा गया जोशीमठ शहर
प्रशासन ने जोशीमठ शहर को तीन जोन में बांटा है। चमोली डीएम हिमांशु खुराना के मुताबिक जोशीमठ में तीन जोन होंगे – असुरक्षित, सुरक्षित और बफर।
- असुरक्षित जोन में ऐसे मकान होंगे जो अधिक जर्जर हो चुके हैं और जिन्हें विशेषज्ञों की कमेटी गिराने की सिफारिश कर चुकी है।
- सुरक्षित जोन में ऐसे मकान होंगे, जिनमें दरारें तो आ चुकी हैं लेकिन वे स्थिर हैं यानी दरारों का आकार बढ़ नहीं रहा।
- बफर जोन में वो मकान होंगे जिनमें हल्की दरारें हैं, मगर दरारों के बढ़ने का खतरा है।
प्रभावित परिवारों को दी जा रही हैं ये सुविधाएं
चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि शहर में ऐसे 229 कमरों की पहचान की गई है, जहां 1 हजार से अधिक लोग रह सकते हैं। वहीं, 70 परिवारों में से 46 परिवार को आर्थिक सहायता भी दी जा रही है