देहरादून। तीन साल पूरे करने जा रही प्रदेश भाजपा सरकार अब इलेक्शन मोड में नजर आ रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 13 फरवरी को अपने सरकारी आवास पर एक सम्मेलन करने जा रहे हैं। इस सम्मेलन में सरकार के मंत्रियों और पार्टी के सभी विधायकों के साथ प्रदेश के विकास की भावी कार्ययोजना को लेकर गहन मंथन होगा। मुख्यमंत्री हर विधायक से उनकी विधानसभा और जिले के विकास को लेकर फीड बैक लेंगे और विकास की गति में तेजी लाने के लिए सुझाव मांगेंगे।
बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कहते हैं, ‘इस मंथन से प्राप्त होने वाला अमृत राज्य के विकास की दिशा व दशा निर्धारित करने में निश्चित रूप में मददगार होगा। जन प्रतिनिधि का दायित्व ही जन सेवा के लिए समर्पित होना है। वैसे तो जनप्रतिनिधियों से सुझाव प्राप्त होते रहते हैं और राज्य सरकार उस पर काम भी करती है। लेकिन मंथन कार्यक्रम से एक ही स्थान पर विभागवार और जनपदवार विधायकों के अहम सुझाव मिलेंगे। इनका राज्य हित उपयोग किया जाएगा।
सम्मेलन में त्रिवेंद्र सरकार के मंत्री अपने अपने विभाग से संबंधित योजनाओं, नीतियों एवं कार्यक्रमों को लेकर प्रस्तुतीकरण देंगे। इन पर विधायकों से फीड बैक लिया जाएगा। साथ ही उन्हें ज्यादा प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सुझाव मांगे जाएंगे।
सम्मेलन में जिलावार खुली चर्चा होगी। विधायक अपने जिले की स्थानीय समस्याओं को प्रमुखता से रखेंगे और उनके समाधान को लेकर सुझाव देंगे। मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायकों के मध्य होने वाले संवाद के जरिये भावी योजनाओं के क्रियान्वयन की दिशा भी तय की जाएगी। सम्मेलन में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह भी विकास के खाके को लेकर प्रस्तुतीकरण देंगे। वह मंत्रियों व विधायकों के सुझावों और भावी कार्ययोजनाओं की रिपोर्ट तैयार करेंगे। इन सुझावों के आधार पर विकास की रणनीति तय की जाएगी।