देहरादून। यूपी में जहां 15 फरवरी को दूसरा तो वहीं उत्तराखंड में इसी दिन पहला और आखिरी चरण का मतदान है जिसके चलते यहां पर भी आज शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार थम जाएगा। यहां पर मुख्यरुप से सत्ता धारी कांग्रेस और भाजपा के बीच टक्कर है। चुनाव में इन दोनों पार्टियों ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए है। तो वहीं बीएसपी ने 69, सीपीआई ने 5, सीपीएम ने 5, एनसीपी ने 2, आरएलडी ने 3, सपा ने 21 , एसएस ने 7 और 263 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं जिनकी किस्मत का फैसला 15 फरवरी को ईवीएम मशीन में कैद हो जाएगा।
अगर चुनावी समीकरण पर गौर किया जाए तो हमेशा महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली भाजपा ने उम्मीदवारों की लिस्ट में महिला शक्ति नाम मात्र की दिखाई दे रही है, अगर बात उत्तराखंड चुनाव की हो तो भाजपा कांग्रेस से पिछड़ती हुई दिख रही है, कांग्रेस ने 8 महिला उम्मीदवारों पर भरोसा किया है तो वहीं भाजपा ने अपने 70 सीटों में से महज पांच पर महिलाओं को चुनावी रण में उतारने का फैसला लिया है।
सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रदेश की दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी ने हरीश रावत को हरिद्वार और किच्छा से रण में उतरेंगे। हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस गैरपरम्परात परंपरा को तोड़ना चाहती है, इसलिए वो एक साथ दो विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे है। हरीश रावत ने इस बात को भी माना कि कांग्रेस इन सीटों पर जीत नहीं दर्ज कर पाई है लेकिन इस बार कांग्रेस इन सीटों पर जरुर विजय होगी।
12 मार्च को होगी कांग्रेस भूतपूर्व:-
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को श्रीनगर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड के विकास की गति को रोक के रखा है, आलम यह है कि जब बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद हो जाते हैं तब सरकार विज्ञापन देती है। मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार उत्तराखंड के विकास पर ध्यान दे रही है, परिवहन विकास के लिए सरकार ने पूरे प्रयास किए हैं और 12 मार्च के बाद जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आएगी उस समय युवाओं के विकास के लिए पूरा ध्यान दिया जाएगा।
उधर राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी को जवाब देने के लिए 75 किलोमीटर लंबा रो़ड शो किया जो कि कल शाम गंगा आरती के साथ खत्म हुआ।