उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को एक बार फिर बढ़ा झटका लगा है। वहीं कांग्रेस का कुनबा फिर से मजबूत हो गया है। शुक्रवार को बीजेपी में मंत्री रहे हरक सिंह रावत ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। लंबे समय से चल रही कशमकस के बाद उन्होंने कांग्रेस के वार रूम में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
बीजेपी से निष्कासित हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को एक बार फिर बढ़ा झटका लगा है। वहीं कांग्रेस का कुनबा फिर से मजबूत हो गया है। शुक्रवार को बीजेपी में मंत्री रहे हरक सिंह रावत ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। लंबे समय से चल रही कशमकस के बाद उन्होंने कांग्रेस के वार रूम में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी भी मौजूद रहे। हरक के साथ ही उनकी पुत्र वधू ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली है।
20 साल तक कांग्रेस के लिए संघर्ष किया है- हरक सिंह
हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने के कयास लंबे समय से लग रहे थे। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस के साथ उनकी किसी मुद्दे को लेकर सहमति नहीं बन रही थी। जिसके चलते वो कांग्रेस में शामिल नहीं हो सके। लेकिन अब उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। कांग्रेस में शामिल होने के बाद हरक सिंह ने कहा कि 20 साल तक कांग्रेस के लिए संघर्ष किया है। एक बार फिर कांग्रेस को मजबूत करने में हम लोग जुटेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने के लिए कोई शर्त नहीं रखी है। बिना शर्त शामिल हुआ।
यहां एक ही शर्त है, भाजपा को हराना- हरक सिंह रावत
कांग्रेस ज्वाइन करते हुए हरक सिंह रावत बीजेपी के खिलाफ आग उगलते नजर आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ कोई शर्त नहीं रखी गई है। टिकट की बातों से भी इनकार किया। कहा कि यहां एक ही शर्त है, भाजपा को हराना। उन्होंने कहा कि मैं यहां एक गिलहरी की तरह भूमिका अदा करूंगा। हरक ने इस दौरान भाजपा पर कई आरोप लगाए। कहा कि टिकट की बातें झूठ थीं। साथ ही उन्होंने कहा कि 2016 में जब मैंने बगावत की उसके बाद भी लगातार सोनिया गांधी की मैंने तारीफ की है।