उत्तराखंड में रविवार को हुए निकाय चुनावों के मतदान के बाद अब उस दिन की उल्टी गिनती शुरु हो गई है जिसको लेकर निकाय चुनाव के मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे प्रत्याशी इंतजार कर रहे थे। मंगवार 20 नवम्बर को निकाय चुनावों की मतगणना होनी है। जिसको लेकर राज्य निर्वाचन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्र शेखर भट्ट के अनुसार लंबी अटकलियों के बाद आखिरकार रविवार को उत्तराखंड निकाय चुनावों का मतदान संपन्न हो गया।लेकिन लगातार चली आर अटकलियों का असर भी मतदान पर देखने को मिला।
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रविवार को हुए मतदान में सामने आयी गड़बड़ियों से ये साफ नजर आर रहा था कि चुनाव आनन फानन में जल्द बाजी में हुए है। मदतान के दौरान कहीं पुरा मोहल्ला वोटर लिस्ट से गायब नजर आया तो कही 9 साल की बच्ची पोलिंग बूथ पर वोट डालती नजर आयी। इतना ही नहीं कुछ जगहों पर मतपत्रों में गड़बड़ नजर आयी। वहीं इस सब पर निर्वाचन आयुक्त ने लोगों की जागरुकता का हवाला देते हुए शिकायत आने पर जांच की बात कही है। निर्वाचन आयुक्त का कहना है कि मतदाती सूची में हुई गड़बड़ी को लेकर कोई लिखित शिकायत उन्हें प्राप्त नही हुई है।
बूथ संख्या 106, 7 और 8 पर मतपत्रों में पायी गयी गड़बड़ी
जिला उधमसिंह नगर के काशीपुर नगर निगम के वार्ड संख्या 31 के हिन्दु इंटर कॉलेज में पोलिंक बूथ संख्या 106, 7 और 8 पर मतपत्रों में पायी गयी गड़बड़ी के बाद सोमवार को सुबह 8 बजे से दुबारा मतदान हुआ है। वहीं इस गड़बड़ी पर शख्त रुख अपनाते हुए निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि इस पूरे मामले पर जिलाधिकारी से जवाब तलब किया गया है और रिपोर्ट के आधार पर जल्द बड़ी कार्यवाही की जाएगी।
निकाय चुनाव के लिए 84 निकायों पर 69.79 फीसदी मतदान हुआ
18 नवंबर को हुए उत्तराखंड निकाय चुनाव के लिए 84 निकायों पर 69.79 फीसदी मतदान हुआ। तो वहीं देर रात 3 बजे तक मतदान के फाइनल आंकड़े कम्पाइल हो पाये। राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि पूरे राज्य में शांती पूर्वक ढंग पर मतदान संपन हुआ है।
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मतदान प्रतिशत में बढ़ोत्तरी
मतदाताओं में चुनाव के प्रति खाशा उत्साह देखने को मिला। यही वजह है कि बीते चुनाव की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।आपको बता दें कि इस से पहले साल 2008 में 68.86 % मतदान हुआ था और साल 2013 के निकाय चुनाव में 65.50 फीसदी मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था।