बुधवार का दिन उत्तराखंड में विकास योजनाओं और कार्यक्रमों के नाम रहा, एक तरफ जहां मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तरकाशी को 46 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी तो दूसरी तरफ उन्होने सीमांत त्यूणी तहसील क्षेत्र पहुंचकर वहां बने राजकीय महाविद्यालय के नए भवन का लोकार्पण भी किया।
गौरतलब है कि दून स्कूल समेत तमाम प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूल की उपस्थिति के चलते उत्तराखंड देश में बेहतर शिक्षा के लिए जाना जाता है। वहीं प्रदेश सरकार, राज्य में उच्चतम शिक्षा की बेहतरी के लिए भी लगातार प्रयासरत है और इस दिशा में बुधवार को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने त्यूणी तहसील स्थित नव निर्मित महाविद्यालय भवन (लागत 711.21 लाख) और राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान रूसा परियोजना के अंर्तगत कम्प्यूटर प्रयोगशाला (लागत 201.99 लाख) की महत्वपूर्ण योजना का लोकार्पण किया। साथ ही मुख्यमंत्री सीएम रावत ने महाविद्यालय के इस नवनिर्मित भवन का नाम पंडित शिवराम शर्मा जी के नाम पर रखने की घोषणा भी की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश में शैक्षणिक विकास के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि “वर्तमान समय में उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जहां के सभी महाविद्यालयों में 97 परसेंट फैकल्टी है। त्यूणी माहाविद्यालय में तो 100 फीसदी फैकल्टी तैनात है। इतना ही नहीं हमारा राज्य साक्षरता के लिहाज से देश में अग्रणी राज्यों में हैं। देहरादून उन जिलों में शुमार हुआ है जो लगभग शत प्रतिशत साक्षर है”।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि “शिक्षा का मतलब सिर्फ रोजगार पा लेने से नहीं है… आज 130 करोड़ के देश मे 2.5 करोड़ ही सरकारी कर्मचारी हैं और बाकी लोग अपनी मेहनत से काम कर रहे हैं, ऐसे हमे ऐसा काम करना टाहिए जिससे कि हम बाकी लोगों को भी रोजगार दे सकें। इसलिए सरकारी नौकरी के बजाए स्वरोजगार को पहली प्राथमिकता में रखें”।
साथ ही इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जौनसार बावर क्षेत्र की लाइफ लाइन कही जानी वाली मीनस-अटाल मोटर मार्ग समेत अन्य कई सड़कों के डामरीकरण, मेघातु पम्पिंग योजना के निर्माण, नीनुस मोटर मार्ग के निर्माण और रायगी में शेड पुड़िया महाराज मंदिर का सौन्दीर्यकरण करने आदि की घोषणाएं भी कीं।