उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक तरफ जहां चमोली में आई प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं, वहीं सूबे में विकास कार्यों को लेकर भी उनकी कवायद जारी है। इसी दिशा में उन्होने बुधवार को उत्तरकाशी जिले में 46 करोड़ के लागत की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
दरअसल, बुधवार को सीएम रावत सीमांत तहसील मोरी पहुँचे और वहां उन्होंने 28 करोड़ 92 लाख की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण और 17 करोड़ 45 लाख 47 हजार रूपए के लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने मोरी-नैटवाड़-सांकरी मार्ग के डामरीकरण, पेयजल योजना और बुराड़ी-पैसल मोटर मार्ग की घोषणा की।
साथ ही मुख्यमंत्री रावत ने मोरी में राजकीय महाविद्यालय खोलने की भी घोषणा की। इस बाबत उन्होने क्षेत्र के अधिकारियों को ये निर्देश दिया कि अगर कोई भवन उपलब्ध हो जाए तो आगामी शिक्षा सत्र से ही इस महाविद्यालय में शिक्षण कार्य शुरू करवा दिया जाए।
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इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि “उत्तरकाशी जिला भले ही सीमांत हैपर यहां के लोग विकास के लिए सजग और मेहनती हैं, यहां के लोगों की जिजीविषा ही है कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनाका लाभ उठाने में उत्तरकाशी जिला सबसे आगे रहा है… वहीं मनरेगा के तहत 100 दिन में सबसे अच्छा काम भी यहीं में हुआ है। ऐसे में हमारी सरकार ने मनरेगा का कार्यदिवस 100 से बढ़ाकर 150 किए हैं ताकि ऐसी ही मेहनत कश लोगों को इस योजना का और अधिक लाभ मिल सके”।