मनहूसियत व मिथकों को दरकिनार करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सावन के पहले सोमवार के दिन विधि विधान के साथ पूजा पाठ करने के बाद न्यू कैंट रोड स्थित उत्तराखंड सीएम आवास गृह प्रवेश किया। हालांकि एक दशक पहले बने इस मुख्यमंत्री आवास को प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के लिए मनहूस माना जाता है। क्योंकि यहां रहने वाले मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाता या फिर उसकी हार हो जाती है।
और कुछ ऐसा ही उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के परिणामों में देखने को मिला जहां सीएम उम्मीदवार पुष्कर सिंह धामी की हार हो गई। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले इस आवास में रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से लेकर त्रिवेंद्र सिंह रावत तक कोई भी मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया और उनकी समय से पहले ही पद से विदाई हो गई।
क्या सच्चा में मुख्यमंत्रियों के लिए मनहूस है उत्तराखंड सीएम आवास
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर हरीश रावत अपने ढाई साल के कार्यकाल के दौरान देहरादून स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में आवास करने के लिए कभी नहीं आए वही हरीश रावत से पहले मुख्यमंत्री बने विजय बहुगुणा इस सीएम आवास में रहने आए थे लेकिन उनका कार्यकाल पूरा नहीं हो पाया वहीं इसी आवास में रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशांक को भी अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले ही पद को छोड़ना पड़ा उसके बाद 2011 में दोबारा मुख्यमंत्री बने भूपेश चंद्र खंडूरी मुख्यमंत्री आवास में रहने ही नहीं आए।
हालांकि दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री आवास में रहने से परहेज करने वाले भी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और तीरथ सिंह रावत भी लंबे समय तक पद पर नहीं टिक सके हरीश रावत 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में हार के सत्ता से बाहर हो गए। वहीं 2021 में मुख्यमंत्री बने तीरथ सिंह रावत भी कुछ ही समय में अपना पद खो बैठे आपको बता दें इन्होंने भी मुख्यमंत्री आवास में निवास नहीं किया था लेकिन कार्यों को समय पर पूरा ना करने की वजह से इनकी विदाई भी कुछ ही समय में हो गई।
उत्तराखंड सीएम आवास की खासियत
देहरादून में स्थित उत्तराखंड सीएम आवास बेहद शानदार खेत में बनाया गया है इस घर में दो बड़े दरवाजे हैं इस पूरे भवन का निर्माण पहाड़ी खीरी में किया गया है मुख्य द्वार से अंदर दाखिल होते ही एक बहुत बड़ा बगीचा है जिसमें तरह-तरह के पेड़ पौधे लगे हुए हैं मुख्य द्वार के बाद मुख्य बिल्डिंग बनी हुई है इस पूरे बंगले की खिड़कियों और दरवाजों को बेशकीमती लकड़ियों से बनाया गया है मुख्यमंत्री आवास में दाखिल होते ही चमचमाती टाइल और राजस्थानी पत्रों का काम नजर आता है इस पूरे मुख्यमंत्री आवास को शानदार तरीके से बनाया गया है इस मुख्यमंत्री आवास में दो बड़े-बड़े ऑफिस से यहां से मुख्यमंत्री आराम से बैठकर अपने सभी काम पूरे कर सकता है वही पब्लिक के लिए एक बहुत बड़ा हॉल भी बनाया गया है जहां शॉपी कुर्सियों की व्यवस्था की गई है।