उत्तराखंड बार काउंसिल ने राज्य के 500 अधिवक्ताओं का सत्यापन कर दिया हैं। उत्तराखंड बार काउंसिल के सचिव ने मंगलवार जानकारी देते हुए को बताया कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया सर्टिफिकेट एंड प्लेस ऑफ प्रैक्टिस वेरिफिकेशन नियम 2015 के अनुपालन में सोमवार को प्रशासनिक समिति की बैठक में 500 अधिवक्ताओं की सत्यापन प्राप्त पत्रावलियों की जांच के बाद ‘सर्टिफिकेट ऑफ प्रैक्टिस’ देने के आदेश दिए गये।
1895 अधिवक्ताओं पर ‘सर्टिफिकेट ऑफ प्रैक्टिस’
समिति की बैठक समिति के सदस्य राकेश गुप्ता की अध्यक्षता एवं उत्तराखंड बार काउंसिल के उपाध्यक्ष राजवीर सिंह बिष्ट व सदस्य अर्जुन सिंह भंडारी की मौजूदगी में हुई। इस दौरान बताया गया कि इन्हें मिलाकर अब तक 1895 अधिवक्ताओं को ही ‘सर्टिफिकेट ऑफ प्रैक्टिस’ दिया गया हैं।
प्रदेश में 16 हजार से अधिक पंजीकृत अधिवक्ता
जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में कुल मिलाकर 16 हजार से अधिक पंजीकृत अधिवक्ता है, जबकि इनमें से 13,500 अधिवक्ताओं के प्रपत्र सत्यापन के लिए भेजे गए हैं। सभी अधिवक्ताओं को राज्य में प्रैक्टिस करने के लिए ‘सर्टिफिकेट ऑफ प्रैक्टिस’ लेना अनिवार्य हैं। इस प्रकार प्रदेश के करीब 90 प्रतिशत अधिवक्ताओं के पास प्रैक्टिस करने के लिए जरूरी यह सर्टिफिकेट अभी नहीं हैं।
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