निर्मल उप्रेती, संवाददाता
अल्मोड़ा की कामिनी कश्यप, जिन्होंने बेजुबानों की सेवा को ही अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया है।
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इतना ही नहीं पशु प्रेम में वो इतना भावविहल हो जाती है कि दुनिया की सारी खुशियां उनके आगे उन्हें बौनी लगती हैं। वह पिछले 40 सालों से पशुओं की सेवा में जुटी है। अल्मोड़ा की रहने वाली कामिनी कश्यप पेशे से वकील है, लेकिन वह बीते 40 सालों से पशुओं की सेवा में जुटी हैं। पशु प्रेम में कामिनी ने अपनी सारी खुशियां कुर्बान कर दी। आज शहर में कहीं आवारा गाय, या कुत्ते घायल हो जाएं तो लोग सबसे पहले उन्हें इसकी सूचना देते हैं। कामिनी कश्यप तुरंत मौके पर पहुंचकर घायल जानवरों को अपने घर लाकर उनका इलाज करती हैं। कामिनी कश्यप ने बताया कि वो बीते 40 सालों से पशुओं के लिए काम करती आ रही हैं।
आज अपने घर में 50 कुत्ते समेत 20 से 25 गाय और उसके बछड़े, एक दर्जन बकरे समेत कई जानवर पाले हुए हैं। वह बतातीं हैं कि पशुओं की यह सेवा वह खुद के खर्चे से करती हैं, अभी तक उन्हें सरकार और शासन प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली।