चमोली बाढ़ हादसे को आज 6 महीने से ज्यादा का समय हो गया है। लेकिन अभी भी हादसे में पीड़ित हुए परिवार मुआवजे के लिए दर – दर की ठोकरें खा रहें हैं। लेकिन उन्हें सुनने वाला कोई नहीं है।
80 परिवारों को नहीं मिली मदद
हादसे में कई लोगों की मौत हुई थी। बहुत से लोग अपने घरों से बेघर हुए थे। लेकिन अभी भी 80 परिवार ऐसे हैं जिन्हें सरकार की तरफ कोई मदद नहीं मिली है। वह आज भी इसी उम्मीद में बैठे हैं कि उन्हें सरकार या प्रशासन द्वारा किसी तरह की मदद दी जाएगी।
ग्लेश्यिर टूटने से आई थी बाढ़
गौरतलब है कि यह हादसा उत्तराखंड के चमोली ज़िले में ग्लेश्यिर टूटने से हुआ था। जिसके बाद धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई थी। नदी के कई तटबंध टूटने के बाद बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया था। इससे ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को काफी नुकसान पहुँचा था।