वाराणसी: संत रविदास जयंती आज पूरा देश धूमधाम से मना रहा है। इसी के चलते वाराणसी स्थित संत शिरोमणि रविदास मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। यह पहली बार है, जब इतनी भारी संख्या में भक्त संत रविदास के मंदिर में एकत्रित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया नमन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ट्वीट करके संत रविदास को नमन किया। उन्होंने कहा कि वह महान संत, अद्भुत समाज सुधारक, अनुपमेय रचनाकार रहे हैं। समाज के लिए संत रविदास के जीवन को योगी ने प्रेरणाप्रद बताया।
महान संत, अद्भुत समाज-सुधारक, अनुपमेय रचनाकार संत शिरोमणि गुरु रविदास जी को उनकी जयंती पर कोटिशः नमन।
‘मन चंगा तो कठौती में गंगा' जैसे निर्मल दर्शन के माध्यम से समाज को आडंबरमुक्त एवं समरस बनाने की प्रेरणा देने वाले गुरु रविदास जी के विचार हम सभी के लिए प्रेरणाप्रद हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 27, 2021
सुबह 10:00 बजे योगी संत की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके साथ ही संत रविदास मंदिर जाने का भी उनका प्लान है। योगी के अलावा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी संत रविदास जयंती पर किया ट्वीट
संत रविदास जी को नमन करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि संत रविदास जी ने सदियों पहले समानता सद्भावना और करुणा का संदेश दिया था। यह युगों युगों तक लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता रहेगा। उनकी जयंती पर मैं उन्हें सादर नमन करता हूं।
संत रविदास जी ने सदियों पहले समानता, सद्भावना और करुणा पर जो संदेश दिए, वे देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करने वाले हैं। उनकी जयंती पर उन्हें मेरा सादर नमन। pic.twitter.com/uSKRh9AhgH
— Narendra Modi (@narendramodi) February 27, 2021
आज कई नेताओं का लगेगा जमावड़ा
सीएम के अलावा अन्य कई बड़े चेहरे आज संत रविदास मंदिर में दिखाई देंगे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज वाराणसी में होंगे। संत रविदास जयंती पर मंदिर पहुंचकर सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी बात रखेंगे। इसके साथ ही वहां लंगर में भी शामिल होने की तैयारी है।
देश के गृह मंत्री अमित शाह ने संत रविदास की रचनाओं और कार्य को समाज के लिए बड़ी प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा कि उनके कार्य समाज को एकता के सूत्र में बांधते हैं और समाज कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करते हैं।