featured यूपी राज्य

उत्तर प्रदेशःविकास से कोसों दूर है फतेहपुर जिले का ये गांव !

fatehpuri उत्तर प्रदेशःविकास से कोसों दूर है फतेहपुर जिले का ये गांव !

उत्तर प्रदेशः  जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही हैं। वैसे-वैसे सूबे की सरकार से लेकर पूरी की पूरी सरकारी मशीनरी के विकास कार्यों में गति दिखने लगी है।केन्द्र से लेकर सूबे के मुखिया द्वारा चलाई जा रही योजनाओ को अमली जामा पहनाकर उनको अंतिम रूप देने के जद्दो-जहद में जिला शासन-प्रशासन भले ही संजीदा हो मगर कुछ ऐसे अभी गांव देखने को मिल रहे हैं।

 

उत्तर प्रदेशःविकास से कोसों दूर है फतेहपुर जिले का ये गांव !
उत्तर प्रदेशःविकास से कोसों दूर है फतेहपुर जिले का ये गांव !

 

गांव अपनी बदहाली पर आंसू बहाते नजर आ रहे हैं। जहां शौचालय से लेकर स्वच्छ भारत जैसी योजनाओं की तस्वीर उल्टी देखी जा सकती हैं। जहां समस्याओं का अम्बार हैं। जिस कारण गांव वासियों को भारी समस्याएं झेलनी पड़ रहीं है।ऐसा ही एक गांव ‘पड़री’ है। जो फतेहपुर के हुसैन गंज में आता है।

इसे भी पढ़ेःउत्तर प्रदेशः कृषि मंत्री का नाम किसान मेले के बैनर से गायब

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के हुसैन गंज विधान सभा क्षेत्र के पड़री गांव के निवासी अपनी बदहाली कीको बयां करते है।यदि इस गांव के पूरे सूरतेहाल पर नज़र डालें तो हालात बद से बदतर हैं।यहां पर कितने परिवार अभी ऐसे हैं जिनको न तो आवास मिले और न ही शौचालय जिनको अगर शौचालय मिल भी गए हैं तो उनको नियम और शर्तों का सामना करना पड़ रहा हैं।

इसे भी पढ़ेःउत्तर प्रदेशः अपनी बदहाली पर आंसू बहाती ऐतिहासिक झील

उक्त गांव में प्रधान का फरमान हैं की अपने पैसे से शौचालय बनवाओ बाद में हम पैसा देंगे। मगर उन गरीबों के ऊपर नज़र दौड़ाई जाय जिनके पास दो वक़्त की रोटी के लिए पैसा नहीं वह निर्धन कैसे बनवायेंगे अपने पैसे से शौचालय,इसी तरह इस गांव में6 भाइयों का एक ऐसा परिवार जिनके दो दर्जन से अधिक बच्चे हैं।इनकों सरकारी योजनाओं का किसी तरह का कोई लाभ नहीं मिला रहा।

एक ही छत के नीचे यह परिवार गुज़रा कर रहा हैं। यही नहीं आज भी पूरा परिवार लकड़ी जलाकर चूल्हे में अलग-अलग खाना बना रहा हैं। पूरा परिवार शौच के लिए जंगल का सहारा लेता हैं।कच्ची सड़के गंदगी का जमावड़ा और उससे जन्म लेनी वाली बीमारी और उससे हुए शिकार लोगो की आप बीती सुनि जा सकती हैं, हद तो तब हो गयी जहां पूरा गांव मूल- भूत समस्याओं से वंचित हैं।

वहीं गांव के प्रधान ने अपने निकलने वाली घर की सड़क पर इंटर लाकिन करा राखी हैं। वहीं गढ्ढो में गोबर का ढेर बीमारी को संकेत दे रहा हैं।मगर इस सब के बाद भी जिला प्रशासन संजीदा नजर नहीं आ रहा हैं। गांव की समस्याओं के बारे में जिला विकास अधिकारी चांदनी सिंह से बात करने पर उन्होंने जांच की बात कही है।

पारुल सिंह

Related posts

आखिर किस बात पर ‘चाइनामैन’ पर गुस्साए महेंद्र सिंह धोनी? बताने लगे अपना अनुभव

Ankit Tripathi

माध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान करेंगे आज रेड ऑरेंज और ग्रीन जोन के शहरों का एलान

Shubham Gupta

भारत बंद के बीच पीएम मोदी ने किया प्रकाश सिंह बादल को फोन, कही ये बात

Hemant Jaiman