समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य चाचा शिवपाल यादव ने अपना अगला कदम निर्धारित कर लिया है। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2017 के बाद समाजवादी पार्टी में उपेक्षा की भावना को महसूस करने के बाद शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी से हटकर एक पार्टी बना ली थी। लेकिन 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा को मात देने के लिए एवं सत्ता में पकड़ बनाने के लिए एक बार फिर वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर विधायक चुने गए।
लेकिन अखिलेश यादव की ओर से शिवपाल यादव को दरकिनार किए जाने के बाद अब वह भाजपा में होंगे।
ऐसे में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव की भाजपा में शामिल होने के बाद आप नेता जी के छोटे भाई शिवपाल यादव जी भाजपा में शामिल होंगे जानकारी के मुताबिक शिवपाल यादव 19 अप्रैल को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। चाचा शिवपाल यादव के साथ उनके बेटे आदित्य यादव और हजारों की संख्या में समर्थक भी भाजपा की सदस्यता लेंगे।
इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान मौजूद रहेंगे और शिवपाल यादव और आदित्य यादव को भाजपा की सदस्यता दिलाएंगे।
समाजवादी पार्टी लोहिया की बैठक में अपने सभी राज्य काल समितियों राज्य प्रकोष्ठ और प्रवक्ताओं को भंग कर दिया है। ऐसे में शिवपाल यादव के इस कदम को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है। बता दें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों के बाद चाचा शिवपाल यादव अपने भतीजे अखिलेश यादव एवं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष से नाराज बताए जा रहे हैं।