पुलिस कमिश्नर प्रणाली के अच्छे परिणामों को देखते हुए योगी सरकार दो और अन्य शहरों में इस प्रणाली का विस्तार करने को लेकर विचार कर रही है। उम्मीद की जा रही है कि इन दो शहरों में यह प्रणाली उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले लागू की जाएगी।
कमिश्नरेट से मांगी है रिपोर्ट
अन्य राज्यों में प्रणाली के विस्तार करने से पहले लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर और वाराणसी के कमिश्नरेट से रिपोर्ट मांगी गई है। जिसमें व्यवस्थाओं और उन में आए बदलाव को लेकर आ रही प्रतिक्रियाओं को दर्ज करना है।
पुलिस कमिश्नर प्रणाली में इन नामों पर हो रहा है मंथन
पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने के लिए मेरठ आगरा गाजियाबाद और प्रयागराज के नामों पर चर्चा हो रही है। जिनमें से केवल 2 शहरों के नाम पर मोहर लगेगी।
13 जनवरी 2020 को शुरू हुई थी ये प्रणाली
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पुलिस कमिश्नर प्रणाली को 13 जनवरी 2020 में लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर में लागू करके शुभारंभ किया था। हालांकि यह व्यवस्था वर्षों की इंतजार के बाद लागू की गई। इस दौरान पांच शहरों में यह प्रणाली लागू करने की बात की जा रही थी लेकिन तात्कालिक रूप से केवल 2 शहरों में ही इस प्रणाली को लागू किया जाए। पंचायत चुनाव के दौरान लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर से अच्छे परिणाम आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और कानपुर में भी पुलिस कमिश्नर प्रणाली को लागू किया गया।