उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मात्र 1 महीने का समय बचा है। ऐसे में चुनावी सरगर्मियां एकदम चरम पर है। वही उत्तर प्रदेश में सत्तासीन योगी सरकार के विधायक भाजपा से अपना दामन छुड़ा कर किसी अन्य दल में शामिल हो रहे हैं। जिससे भाजपा आलाकमान की टेंशन दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसी बीच खबर आ रही है कि भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल के 2 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है।
इस्तीफा देने के बाद अपना दल के इन दोनों विधायकों ने भाजपा के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी पद से इस्तीफा देने वाले चौधरी अमर सिंह ने कहा है कि “यह सरकार झूठी है और कोई विकास नहीं किया है, मैं अखिलेश यादव से मिला हूं और उनकी पार्टी में शामिल हो जाऊंगा। जल्द ही और लोग हमारे साथ जुड़ेंगे।”
वहीं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक चौधरी अमर सिंह सिद्धार्थ नगर से शोहरतगढ़ सीट से समाजवादी टिकट पर लड़ सकते हैं।
वही अपना दल के दूसरे विधायक आरके वर्मा ने भी पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है आपको बता दें वह अभी तक प्रतापगढ़ की विश्वनाथगंज सीट से प्रतिनिधित्व करते हैं।
इन दोनों विधायकों ने गठबंधन छोड़ने को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
आपको बता दें इन दोनों विधायकों के इस्तीफा देने के साथ, उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ गठबंधन के कुल 12 विधायकों ने राज्य की योगी सरकार पर पिछड़ा वर्ग विरोधी होने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है।
आपको बता दें इन दोनों विधायकों के इस्तीफा देने के साथ, उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ गठबंधन के कुल 12 विधायकों ने राज्य की योगी सरकार पर पिछड़ा वर्ग विरोधी होने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है।
वही मंगलवार से अब तक योगी सरकार के तीन मंत्रियों, सहित 10 विधायकों ने भाजपा का दामन छोड़ दिया है।
यह सिलसिला कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बाहर निकलने के साथ शुरू हुआ। उनके निकलते ही उनके करीबी तीन विधायक भगवती सागर, रोशन लाल वर्मा और बृजेश प्रजापति ने भी भाजपा छोड़ दी।