लखनऊ: राजधानी लखनऊ में मेट्रो का संचालन आसान नहीं था। इसके लिए सही रणनीति और सोच महत्वपूर्ण थी। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के वर्तमान प्रबंध निदेशक कुमार केशव का पद खाली होने वाला है। ऐसे में अब इस जगह को भरने के लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया है।
कुमार केशव के कार्यकाल में लखनऊ मेट्रो ने बनाई पहचान
लखनऊ मेट्रो की शुरुआत कुमार केशव के कार्यकाल में हुई। बता दें कि लखनऊ में संचालित मेट्रो भारत में सबसे कम समय में पूरा होने वाला प्रोजेक्ट है। इसके साथ ही कुछ अन्य शहरों में भी मेट्रो संचालन का कार्य शुरू हो गया है, जिनमें कानपुर आगरा जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। नए निदेशक के सामने इसी रफ्तार को बरकरार रखने की जिम्मेदारी होगी।
2014 में नियुक्त किए गए थे कुमार किशोर
उत्तर प्रदेश मेट्रो के प्रबंध निदेशक के तौर पर कुमार केशव की नियुक्ति 2014 में हुई थी। उन्हें अगले 5 वर्ष के लिए नियुक्त किया गया था। फिर 2019 में 2 वर्ष के लिए और बढ़ा दिया गया। इस पद पर बने रहने की निर्धारित आयु सीमा 45 वर्ष से 58 वर्ष की है। इसके साथ ही आवेदक के पास सरकारी या निजी संस्थान में 26 वर्षों तक काम करने का अनुभव होना चाहिए। इन सब के अतिरिक्त बेहतर सोच और कुशल इंजीनियरिंग इस पद के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
वाराणसी गोरखपुर में भी जिम्मेदारी
आने वाले नए प्रबंध निदेशक को बड़ी चुनौतियों का सामना करना होगा। उत्तर प्रदेश सरकार आगरा, कानपुर के अलावा बनारस और गोरखपुर में भी मेट्रो का संचालन शुरू करने जा रही है। ऐसे में नए पद पर आने वाले व्यक्ति को उतनी ही कुशलता के साथ नेतृत्व करना होगा।