शिवनंदन सिंह, संवाददाता
उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं और एक बार फिर से प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा सत्ता में काबिज होने जा रहे गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 403 नवनिर्वाचित विधायकों में से 51 फीसदी यानी 205 विधायकों पर अपराधिक मामले दर्ज है।
2017 के मुकाबले 15% अधिक दागी विधायक
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक एक बार 2017 के मुकाबले अपराधिक छवि वाले विधायक 15 फ़ीसदी अधिक विधायक चुने गए। रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव में जीतने वाले 39 फीसदी यानी 158 उम्मीदवारों पर गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं जिनमें हत्या हत्या के प्रयास महिला के साथ अपराध अपहरण संबंधित मामले शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 || विजेता उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक, वित्तीय और लिंग के विवरणों का विश्लेषण#ADRReport: https://t.co/R9PDppRGEW#assemblyelection2022 #assemblyelections #assemblyelections2022 #Elections2022 #UttarPradesh #UttarPradeshAssemblyElections2022 pic.twitter.com/LQKu5EiKwi
— ADR India & MyNeta (@adrspeaks) March 13, 2022
किस पार्टी में कितने विजय विधायक है दागी
भाजपा ने 2022 विधानसभा चुनाव में 255 सीटें हासिल की है जिनमें से 44 फीसदी यानी 111 विधायक अपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।
वहीं समाजवादी पार्टी के 111 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है जिनमें से 71 विधायक दागी पृष्ठभूमि से संबंध रखते हैं।
वही आरएलडी की 8 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। जिनमें से 7 उम्मीदवार अपराधिक पृष्ठभूमि वाले है।
विजयी विधायकों पर क्या-क्या चल रहे हैं अपराधिक मामले
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) रिपोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव में जीत हासिल करने वाले 5 विधायकों पर हत्या के केस चल रहे हैं। वही 29 विधायकों पर हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं। वहीं भाजपा के एक विजय विधायक पर दुष्कर्म का केस दर्ज है। इसके अलावा छह विधायकों के खिलाफ हिंसा के मामले में केस दर्ज है।