उत्तर प्रदेश आज अपना 73वें स्थापना दिवस मना रहा है। 24 जनवरी के दिन यूपी में स्थापाना दिवस मनाया जाता है।
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साल 1950 में राज्य को उत्तर प्रदेश का नाम मिला था। इस मौके पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को पर बधाई दी है।
‘क्रांतिभूमि’ उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
आइए, प्रभु श्री राम व भगवान श्रीकृष्ण की पावन धरा को अपने आचरण, कर्तव्य एवं मूल्यों से सुवासित करें।
हम सभी ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ के प्रति संकल्पवान हों।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 23, 2022
राष्ट्रपति ने दी प्रदेश वासियों को बधाई
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश दिवस पर राज्य के सभी निवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। भारत के इतिहास, कला-संस्कृति, साहित्य और राजनीति में उत्तर प्रदेश के मेहनती और प्रतिभाशाली लोगों ने प्रभावशाली योगदान किया है। मेरी कामना है कि यह राज्य विकास और समृद्धि के पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहे।’
पीएम मोदी ने भी दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। पीएम मोदी बधाई देते हुए कहा कि ‘उत्तर प्रदेश ने पिछले 5 वर्षों में हर क्षेत्र में विकास का मानदंड स्थापित किया है। इससे राज्य के लोगों का जीवन आसान होने के साथ ही नए अवसरों का भी निर्माण हुआ है। मुझे विश्वास है कि उत्तर प्रदेश का बहुआयामी विकास न्यू इंडिया में अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा।’
जाने यूपी से जुड़ी कुछ खास बातें और इसका इतिहास
1950 में उत्तर प्रदेश का नाम बदला गया था। पहले इस राज्य को संयुक्त प्रांत के नाम से जाना जाता था।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, सन् 1834 तक यूपी बंगाल प्रेसीडेंसी के अधीन था. पहले तीन प्रेसीडेंसी बंगाल, बॉम्बे और मद्रास थे। एक चैथे प्रेसीडेंसी के गठन की जरूरत महसूस की गई। जिसके बाद चैथी प्रेसीडेंसी का गठन हुआ। जिसे आगरा प्रेसीडेंसी के रूप में जाना जाता है।
इसके बाद सन् 1858 में, लॉर्ड कैनिंग इलाहाबाद यानी की प्रयागराज चले गए। जिसके बाद पश्चिमी प्रांत का गठन हुआ।
सन् 1920 में विधानपरिषद के पहले चुनाव के बाद, लखनऊ में परिषद का गठन किया गया था। 1935 तक पूरा कार्यलय लखनऊ में ट्रांसफर कर दिया गया था।
वर्तमान समय में लखनऊ प्रांत प्रदेश की राजधानी बन गया है।
साल 2017 में यूपी राज्य सरकार द्वारा यूपी दिवस मनाने की घोषणा की थी। इस विचार के बाद साल 2018 में यूपी भारतीय स्वतंत्रता के 68 सालों में पहली लखनऊ में स्थापना दिवस मनाया गया था।
इस साल यानी की 2022 में यूपी दिवस निश्चित रूप से विशेष है, क्योंकि कई सारी राजनीतिक दल यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में लड़ने के लिए तैयारी कर रही है।
आज यूपी सबसे बड़ा पर्टयन का स्थल बन गया है। वो राम की नगरी अयोध्या हो या फिर बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी हो।