उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड जिले के कटिया गेहूं को राष्ट्रीय पहचान दिलाने के प्रयास जारी है। इसके लिए कठिया गेहूं को जीआई टैग संयुक्त किया जाएगा। जिससे किसानों को ज्याद फायदा होगा।
कठिया गेहूं को बुंदेलखंड की खास कृषि उत्पाद के रूप में माना जाता है। कठिया गेहूं की दलिया काफी लोकप्रिय है लेकिन इसकी उपज कम होने की वजह से किसान इसमे में दिलचस्पी कम रखते हैं।
लेकिन राज्य सरकार की ओडीओपी योजना की तर्ज पर प्रत्येक जिले को एक कृषि उत्पाद को बढ़ावा देने की दिशा में काम किया जा रहा है।
वही झांसी में किसान उत्पादक संगठन बनाकर कठिया गेहूं को किसानों से जोड़ रहे हैं। जिससे इसके ऊपर का बेहतर मूल्य प्राप्त हो सकेगा।
कठिया गेहूं को प्रोत्साहित करने के लिए बनाए गए किसान उत्पादक संगठन से अभी तक करीब 400 से अधिक किसान जुड़ चुके हैं।
झांसी में बंगरा, बामौर, गुरसराय, मऊरानीपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में किसान काफी बड़ी संख्या में कठिया गेहूं की पैदावार करते हैं। इसके अलावा बुंदेलखंड के कई अन्य जनपदों में भी बड़ी मात्रा में किसान कठिया गेहूं की पैदावार से जुड़े हुए हैं। किसान उत्पादन संगठन के तहत कठिया गेहूं की बेहतर मार्केटिंग एवं इसके उत्पाद को तैयार करने की प्रयास किए जा रहे हैं।