फतेहपुर: केंद्र सरकार ने देश में हर घर बिजली पहुंचाने की मुहिम शुरू की। जिसके बाद धीरे-धीरे गांव-गांव रोशन होने लगे। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से एक बड़ा फ्रॉड सामने आया। भिटौरा विकासखंड की यह घटना काफी चौंकाने वाली है।
कनेक्शन दिया पर तार नहीं
बिजली विभाग के लोगों की बड़ी लापरवाही इस इलाके में सामने आई। जहां फिरोजपुर गांव में घर घर बिजली के कनेक्शन दे दिए गए। वहीं मीटर लगने के बाद भी खंभों पर तार दौड़ाना बाकी रह गया।
पिछले 1 वर्ष से गांव के लोग मीटर देखकर बिजली आने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। लेकिन प्रशासन इस पर अभी भी आंखें मूंदे हुए है। बिना तार के खंभे और बिजली के मीटर का क्या मतलब, यह सवाल गांव का एक एक बंदा पूछ रहा है।
एक वर्ष पहले लगे थे बिजली के खंभे
फिरोजपुर गांव की जनता एक बार तो बिजली के खंभे देखकर काफी खुश हो गई थी। पिछले वर्ष बिजली विभाग के लोग गांव में आए। उन्होंने जगह-जगह बिजली के खंभे गाड़े। इसके साथ ही बिजली विभाग के कर्मचारियों ने मीटर भी लगा दिया। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि मीटर लगाने के लिए उनसे पैसे भी लिए गए थे।
ग्रामीणों को मिल रहा बिजली का बिल
सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि बिना बिजली के ग्रामीणों को बिजली का बिल मिल रहा है। इसी सिलसिले में स्थानीय समाज सेवक विपिन सिंह ने आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि यह बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही है। जब खंभों पर तार नहीं दौड़ रहे हैं और गांव वालों को बिजली नहीं मिल रही है। ऐसे में बिजली बिल देना बहुत बड़ी गड़बड़ी है।
प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना देश को रोशन करने के लिए शुरू की गई थी। यह प्रधानमंत्री मोदी का विचार था, जिसे 25 दिसंबर 2017 को लांच किया गया था। इस योजना को प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना के नाम से भी जानते हैं।