नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कैराना से हिंदुओं के कथित पलायन का मामला सामने आने के बाद भाजपा का 8 सदस्यीय जांच दल बुधवार को कैराना पहुंचा। जांच दल में पार्टी के नेता सुरेश खन्ना के नेतृत्व में सत्यपाल सिंह, राघव लखनपाल, विधायक सुरेश खन्ना, बृजलाल आदि शामिल हैं। भाजपा की जांच टीम में 5 सांसद भी शामिल हैं।
बता दें कि केंद्र सरकार ने कैराना में हिंदुओं के पलायन पर उत्तर प्रदेश सरकार से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। गृह मंत्रालय ने यूपी सरकार से कहा है कि वह पलायन के आरोपों की जांच कर जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट पेश करें। इस मामले का खुलासा करने वाले भाजपा सांसद हुकुम सिंह ने पहले आरोप लगाया था कि 346 परिवारों को यह कस्बा छोड़ना पड़ा है।
भाजपा सांसद हुकूम सिंह ने मंगलवार को दावा किया कि पलायन करने वाले परिवारों की संख्या 400-500 हो सकती है। कैराना शामली जिले का कस्बा है जो मुस्लिम बहुल है। शामली के जिला अधिकारी सुजीत कुमार ने सांप्रदायिकता और कानून-व्यवस्था का कोई मामला होने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि अब तक हमने 119 परिवारों के सूची की जांच की है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को राजभवन में राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात करके मथुरा के जवाहर बाग की घटना, कैराना व दादरी मामला तथा लखनऊ में गत दिनों हुई लूटपाट व डकैती की घटनाओं पर सरकार द्वारा की गयी कार्रवाई की जानकारी दी। राजभवन से जारी बयान के मुताबिक राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से कहा कि इन घटनाओं की लिखित रिपोर्ट उनके पास जल्द से जल्द भेजी जाए।
इस मामले में मायावती ने आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य में दंगे कराना चाहती है। उन्होंने कहा, अपनी हार से प्रदेश की जनता का ध्यान हटाने के लिए जबरन कैराना में लोगों के पलायन का मुद्दा गरमा कर ऐसा प्रचार किया जा रहा जैसे मुसलमानों ने ही हिंदुओं को पलायन करने को मजबूर किया।