केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा ले भारत बंद का ऐलान किया है। जिसका असर उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश में विपक्षी पार्टियां समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी इस प्रदर्शन के समर्थन में है। जिस कारण योगी सरकार ने भारत बंद के कारण प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया है।
भारत बंद के समर्थन में सपा
कृषि कानूनों के विरोध में घोषित भारत बंद का समर्थन करते हुए समाजवादी पार्टी ने ट्विटर के माध्यम से लिखा है कि “भाजपा सरकार के काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलित किसानों द्वारा कल बुलाए गए भारत बंद का समाजवादी पार्टी पूर्ण समर्थन करती है। किसान विरोधी काले कानूनों को वापस ले सरकार।”
संयुक्त किसान मोर्चा के ‘भारत बंद’ को सपा का पूर्ण समर्थन है।
देश के अन्नदाता का मान न करनेवाली दंभी भाजपा सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है।
किसान आंदोलन भाजपा के अंदर टूटन का कारण बनने लगा है।#भाजपा_ख़त्म
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 27, 2021
बसपा प्रमुख मायावती भी किसानों के समर्थन में
बसपा प्रमुख मायावती ने किसानों द्वारा घोषित भारत बंद का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा “केंद्र द्वारा जल्दबाजी में बनाए गए तीन कृषि कानूनों से असहमत व दुखी देश के किसान इनकी वापसी की मांग को लेकर लगभग 10 महीने से पूरे देश व खासकर दिल्ली के आसपास के राज्यों में तीव्र आन्दोलित हैं व कल (सोमवार) ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है जिसके शांतिपूर्ण आयोजन को बसपा का समर्थन।”
1. केन्द्र द्वारा जल्दबाजी में बनाए गए तीन कृषि कानूनों से असहमत व दुःखी देश के किसान इनकी वापसी की माँग को लेकर लगभग 10 महीने से पूरे देश व खासकर दिल्ली के आसपास के राज्यों में तीव्र आन्दोलित हैं व कल ’भारत बंद’ का आह्वान किया है जिसके शान्तिपूर्ण आयोजन को बीएसपी का समर्थन।
— Mayawati (@Mayawati) September 26, 2021
संयुक्त किसान मोर्चा ने ये कहा
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि भारत बंद के दौरान सभी सरकारी व निजी दफ्तर, प्रशिक्षण व अन्य संस्थान दुकाने, उद्योग और व्यवसाय प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
साथ ही भारत बंद के दौरान सभी आपातकालीन सेवाएं, अस्पताल दवाई की दुकान, राहत एवं बचाव कार्य और निजी एजेंसियों वाले लोगों को बाहर रखा गया है। और बंद के दौरान एमरजैंसी और एंबुलेंस सर्विस को नहीं रोका जाएगा।