नई दिल्ली। आमतौर पर देखा जाता है कि महिलाएं घर में तो खूब साफ-सफाई करती हैं और सबका ध्यान भी रखती हैं लेकिन अकसर वो अपने ऊपर ध्यान देना भूल जाती हैं। यही कारण है कि वो अपने अंधरूनी कपड़ों पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाती हैं। इसी वजह से उन्हें बीमारियों से दो चार होना पड़ता है। तभी तो डॉक्टर्स के द्वारा महिलाओं के स्वास्थय को लेकर हमेशा से ही ये बात कही जाती है कि वो अपने अंडर वियर का खासतौर पर ध्यान रखें। आज हम आपको महिलाओं के नीजि अंगों की साफ-सफाई के साथ उनके आंतरिक कपड़े कैसे होने चाहिए इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
महिलाएं सुंदर प्रिंट, सेक्सी फीता, या विशिष्ट रूप से कटे हुए अंडरवियर को पहनना पसंद करती हैं। लेकिन इस तरह के अंडरवियर रोज नहीं पहनने चाहिेए इनका कपड़ा आपकी योनि को नुकसान पहुंचा सकता है। इसीलिए डॉक्टर्स सूती अंडरवियर पहनने की सलाह देते हैं। सूती अंडरवियर नमी, पसीना, या किसी भी कपड़े से बेहतर काम करता है।
नमी को खत्म करने के लिए इसे बदलना बेहतर है।
गुड़गांव मैक्स अस्पताल की प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ दीपा दीवान सलाह देते हुए कहती हैं कि अधिकांश महिलाएं दिन में एक बार अंडरवियर बदलती हैं। यदि आपको इसे एक से अधिक बार बदलने की आवश्यकता महसूस होती है, तो इसे करें। यदि योनि स्राव होता है, तो हमेशा नमी को खत्म करने के लिए इसे बदलना बेहतर है। डॉ दीपा का कहना है कि यदि आप जिम जाते हैं और वहां बहुत पसीना बहाते हैं, तो आपको अंडरवियर को बदलना चाहिए।
बैक्टीरिया से बचाने के लिए अंडरवियार को कपड़ों से अलग धोए,
हालांकि यह आवश्यक नहीं है। लेकिन, क्योंकि अंडरवियर लंबे समय तक आपकी संवेदनशील त्वचा के क्षेत्र में रहती है, इसलिए यह सुझाव दिया जाता है कि इसे अन्य कपड़ों से अलग से धोएं। अंडर वियर को डिटर्जेंट से धोने के बाद, सीधे धूप में सूखने के लिए बाहर लटकाएं क्योंकि सूरज एक प्राकृतिक सैनिटाइज़र के रूप में काम करता है। सूरज की पराबैंगनी किरणें बैक्टीरिया को मारने में मदद करती हैं। हमेशा अंडरवियर का एक साफ सेट इस्तेमाल करें। इससे कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है।