वॉशिंगटन। भारत द्वार किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की बातो को पाकिस्तान सिरे से नकारता चला आया है और उनसे अपना ये राग एक बार फिर से समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार में दोहराई है। बुधवार को दिए गए साक्षात्कार में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने दावा किया है कि भारत द्वारा कोई भी सर्जिकल स्ट्राइक नहीं किया गया है बल्कि गोलाबारी हुई थी अगर ऐसा कुछ हुआ होता तो पाकिस्तान उसको माकूल जवाब देता। लेकिन गुरुवार को विश्व के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका ने अपने जारी एक बयान में अफगानिस्तान की शांति के मुद्दे को कश्मीर से जोड़ने पर पाकिस्तान की निंदा की है।
इसके साथ ही उरी आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को अमेरिका ने आत्मरक्षा अधिकार कहकर इसका समर्थन किया है। इसके साथ ही जारी बयान में
भारत की एनएसजी की सदस्यता पर अमेरिका के कहा है कि वो सुनिश्चित करने का पूरा प्रयास कर रहा है कि भारत इस साल के अंत तक परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) का सदस्य
बने।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पाकिस्तान प्रधानमंत्री के विशेष दूत सीनेटर मुशाहिद हुसैन सैयद ने अमेरिकी प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान कहा था कि जब तक कश्मीर में अमन नहीं
होगा तब तक अफगानिस्तान जलता रहेगा क्योंकि काबुल में शांति का रास्ता कश्मीर से होकर ही जाता है। अगर भारत बलूचिस्तान का मुद्दा उठाना बंद नहीं करेगा तो पाकिस्तान ‘खालिस्तान
, नागालैंड, त्रिपुरा, असम, सिक्किम में माओवादियों का जिक्र कर भारत को माकूल जवाब दे सकता है। जिसके बाद अमेरिका ने अपने जारी बयान में पाकिस्तान को दो टूक जवाब देते हुए
कहा कि कश्मीर का अफगानिस्तान के मुद्दे से कुछ भी लेना देना नहीं है।