नई दिल्ली। अमेरिका ने स्टील और एल्यूमीनियम पर इंपोर्ट ड्यूटी को बढ़ा दिया है, जिसका भारत ने पूरजोर विरोध करते हुए इस मुद्दे को अमेरिका को लेकर अकेले विश्व व्यापार संगवन जाने का मन बनाया है। बता दें कि अमेरिका ने दुनिया के हर देश के लिए स्टील और एल्यूमीनियम पर इंपोर्ट ड्यूटी को बढ़ा दिया है और इससे केवल यूरोपियन यूनियन, ऑस्ट्रेलिया, कनाड़ा और मेक्सिकों को भी अछुता रखा है। दरअसल शुक्रवार को अमेरिका द्वारा चीन से आयतित समान पर ड्यूटी लगाने से दुनिया भर के शेयर बाजारों से इसका असर देखने को मिला था, जिसके कारण अमेरिका, भारत और एशिया का शेयर बाजार धड़ाम से नीचे गिर गया था।
बता दें कि बौद्धिक संपदा की चोरी के मामले की 7 महीने की जांच के बाद ट्रंप ने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि को चीन से आयात पर 60 अरब डॉलर का टैरिफ लागू करने को कहा है। ट्रंप ने कहा कि हमें बौद्धिक संपदा की चोरी की बहुत बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यह हमें अधिक मजबूत, अधिक संपन्न देश बनाएगा। ट्रंप ने स्टील और एल्यूमीनियम के आयात पर क्रमश: 25% और 10% का शुल्क लगाया, जिससे चीन को यह कहने के लिए कहा गया कि वह अपनी खुद की दरों के साथ वापस आ सकता है। डोनाल्ड ट्रंप ने 2 मार्च को ट्वीट कर अपने पोस्ट में ट्रेड वॉर को ‘अच्छा’ और ‘आसानी से जीतना’ बताया था।