नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के रिश्तों को चार चांद लगने वाले हैं। क्योंकि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पाॅम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर देश की राजधानी दिल्ली पहुंच चुके हैं। पिछले दो सालों में भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू मंत्रिमंडल का तीसरा आयोजन होने जा रहा है। दोनों देशों के बीच आज और कल अहम मुद्दों पर बातचीत होगी।
बता दें कि एस्पर ने आने से पहले अपने बयान में कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच होने वाली बातचीत में चीनी चुनौतियों के बीच आपसी सहयोग और मजबूती पर चर्चा होगी। रिपोर्ट के अनुसार नई दिल्ली में बातचीत में इंटेलीजेंस शेयरिंग बढ़ाने पर भी बात की जाएगी। एस्पर ने अटलांटिक काउंसिल के संबोधन में कहा कि भारत इंडो-पैसिफिक रीजन में हमारे लिए इस सदी का सबसे महत्वपूर्ण पार्टनर होगा। इसी के साथ एस्पर ने कहा कि उनकी यह यात्रा पुराने एलायंस को मजबूत करने, रूसी और चीनी के ग्लोबल पावर नेटवर्क बनाने के प्रयासों के अगेंस्ट नए डवनपमेंट के अमेरिकी इनोशिएटिव का हिस्सा है।इसी के साथ आज सोमवार यानि कि 26 अक्टूबर को अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री दिल्ली पहुंच गए है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी मेजबानी की। दोनों देशों के बीच आज और कल अहम मुद्दों को लेकर बातचीत होगी।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति पद के चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर यह बैठक अहम मानी जा सकती है। साथ ही भारत और चीन के बीच काफी समय से चल रहे विवाद को लेकर भी यह टू प्लस टू का आयोजन अहम हो सकता है। क्योंकि कोरा संकट के बीच यह पहला मौका हैै जब अमेरिका के दो मंत्री भारत दौरा कर रहे हैं। स्वास्थय सेक्टर और रक्षा सेक्टर को लेकर भी बातचीत की जा सकती है। इस बैठक में भारतीय समकक्षों के साथ चर्चा की जाएगी।