पटना। केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को ना तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुहाते हैं और ना ही उनके प्रशासन के लोग। अब कुशवाहा ने अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को कहा है कि ‘समय आ गया है। जो थाना प्रभारी या अधिकारी आपकी बात नहीं सुनता है उसकी गर्दन पकड़िए। कुशवाहा रोहतास जिले में अपनी पार्टी की युवा शाखा द्वारा आयोजित सरदार पटेल जयंती में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कई कार्यकर्ताओं की शिकायत है कि थानों में अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं। हालांकि उन्होंने कार्यकर्ताओं के सामने अपनी मजबूरी भी रखी कि उनकी पैरवी से यानी कुशवाहा के प्यार से भी यह कहने से बिहार में सरकार थाना प्रभारियों को नहीं हटाएगी।
आपको ज़रूरत पड़ने पर उनकी गर्दन पकड़ने की ज़रूरत है
बता दें कि आगे कुशवाहा ने कहा कि ऐसे में आपको ज़रूरत पड़ने पर उनकी गर्दन पकड़ने की ज़रूरत है। लेकिन उन्होंने साथ-साथ जोड़ा भी कि ये सब काम संवैधानिक दायरे में हो। कुशवाहा ने इस सभा में पहली बार पिछले विधानसभा चुनाव में NDA की हार पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में बिहार में एनडीए की खटिया खड़ी हो गई। कुशवाहा पर आरोप लगते रहे हैं कि विधानसभा चुनावों में वो अपने वोटों को एनडीए के पक्ष में ट्रांसफर नहीं करा पाए। अब उनके शब्दों के चयन से लगता है कि उन्होंने भी थोड़ी आक्रामक भाषा का प्रयोग शुरू कर दिया है।
केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को नीच कहे जाने पर विरोध मार्च का आयोजन किया जाएगा
वहीं इस बीच उनकी पार्टी के नेताओं ने ऐलान किया है कि शनिवार को राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कथित रूप से केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को नीच कहे जाने पर विरोध मार्च का आयोजन किया जाएगा। हालांकि नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर एक मैगज़ीन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में दिए गए इंटरव्यू के उस अंश को जारी किया जिसमें उपेंद्र कुशवाहा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि आप इस कार्यक्रम के स्तर को नीचे मत ले जाइए.