लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के 17 प्रत्याशी निर्विरोध चुने जाएंगे। इनके विरुद्ध किसी ने भी नामांकन पत्र नहीं भरा है। वहीं, समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार मात्र सीट पर निर्विरोध चुना जाएगा। शनिवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दिन में 11 बजे से तीन बजे तक हो रहा था।
प्रदेश के कुल 75 जिलों में से 18 जिलों के पंचायत अध्यक्ष पद पर 17 बीजेपी के प्रत्याशी और मात्र एक जिले में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी होगा। अब आगामी 29 जून को नाम वापसी के बाद निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की जाएगी। बता दें कि शनिवार को हुए नामांकन में कुल 164 उम्मीदवारों ने पर्चे भरे। इनमें से छह प्रत्याशियों के नामांकन पत्र जांच में खारिज हो गए। 29 जून को नाम वापसी के बाद बची हुई जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीटों पर तीन जुलाई को मतदान होगा।
इन जिलों की 18 सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन तय
प्रदेश के राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक मेरठ, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, अमरोहा, आगरा, मुरादाबाद, इटावा, झांसी, ललितपुर, चित्रकूट, बांदा, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, गोरखपुर, बुलंदशहर, वाराणसी और मऊ में निर्विरोध निर्वाचन होना तय है। इनमें इटावा से सपा और अन्य 17 सीटों पर भाजपा का कब्जा होगा।
57 सीटों पर 3 जुलाई को मतदान
बता दें कि इन सभी सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन का ऐलान 29 जून को नाम वापसी के बाद होगा। वहीं, बची हुई अन्य 57 सीटों पर 3 जुलाई को चुनाव होगा, जिनमें 41 सीटें ऐसी हैं जहां दो प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला होगा। जबकि 11 जिलों की सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा। भदोही जिले में सर्वाधिक पांच प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जबकि चार सीटों में चार-चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इन सभी 57 सीटों पर 3 जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा और इसी दिन शाम को मतगणना के बाद परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।