उत्तर प्रदेशः बृद्ध दम्पति ने प्रधानमंत्री आवास लेने से इंकार दिया है। पक्के घर देने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना चलाकर लाभार्थियों को आवास मुहैया करा रही है। लेकिन एक बुजुर्ग दम्पति ने 30 साल बाद मिले आवास को लौटा पात्र ब्यक्ति को देने की गुहार लगाई हैं। 30 सालों से विभागों के चक्कर काट काट कर थक जाने के बाद मिले आवास को वापस कर दिया। जिसके बाद से अधिकारियो में हड़कम मच गया और अधिकारियों ने बुजुर्ग दम्पति से लिखित प्रार्थना पत्र लेकर आवास वापस कर लिया।
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बुजुर्ग दम्पति कहा कहना है कि 25 साल पूर्व कच्चा मकान ढह गया था जिसके लिए अधिकारियो के दफ्तरों के चक्कर काटे लेकिन तब आवास नहीं मिला। अभी तीन दिन पूर्व प्रधानमंत्री आवास के तहत आवास आया है जिसकी अब हमें जरुरत नहीं है क्योकि हमारे कोई संतान नहीं है। अब हम लोगों का समय नजदीक आ गया हैं, इसलिए यह आवास सरकार को वापस कर दिया है। किसी जरुरत मंद को दे दिया जाए इसके लिए अधिकारियो को लिखित प्रार्थना पत्र दे दिया हैं |
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कच्चे मकान में रह रहे इन दम्पति को देखिए जो कच्चे मकान में रहकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। बुजुर्ग दम्पति की कोई भी संतान नहीं हैं किसी तरह कच्चे मकान में जीवन यापन कर रहे थे कि तभी बारिश में 25 वर्ष पूर्व कच्चा मकान ढह गया। बुजुर्ग दम्पति ने अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटे लेकिन उन्हें आवास नहीं मिला।उनको आवास उस समय मिला जब वह जिंदगी के आखरी पड़ाव पर है। इसीलिए उन्होंने आवास को लौटा दिया।
बुजुर्ग दम्पति ने सरकार के दिए गए आवास को वापस कर यह साफ़ साफ़ कर दिया की जब आवास की जरुरत थी तब मिला नहीं अब लेकर वह क्या करेंगे। हालाकि इस मामले में जब जिला अधिकारी से बात की तो उनका कहना था की इसकी जांच कराइ जाएगी। आखिर ऐसा क्यों हुआ अगर इसमें कोई अधिकारी दोषी होंगे तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी |