चाय बेच कर परिवार का पालन पोषण करने वाले पिता के लिए कितने गर्व की बात थी की उनकी बेटी ने अपनी म्हणत के बलबूते पर अमेरिका में पढाई करने की कामयाबी हासिल की थी| यह तो सब ही जानते हैं की ग्रेटर नॉएडा की रहने वाली सुदीक्षा भाटी के लिए इस कामयाबी का सफर आसान नहीं रहा होगा| मगर उसे क्या पता इतना बड़ा सफर तो वो पूरा करने के बाद वह एक छोटे से सफर को पूरा नहीं कर पाएगी|
सुदीक्षा भाटी सोमवार को बुलंदशहर के रस्ते मां के घर जाते वक़्त मनचलों की छेड़खानी ने उनकी जान ले ली| सुदीक्षा मनचलों की छेड़खानी से बचने के लिए आगे बढ़ रही थी तभी खुद को संभल ना पाने के कारण वह सड़क पर गई और उनकी मौत हो गयी |
सुदीक्षा ने बुलंदशहर से ही अपनी स्कूल की पढाई की थी| वह अमेरिका जाने से पहले अपने मां और ननिहाल वालों से मिलना चाहती थीं| उनके पिता जितेंद्र भाटी ने कहा वह तो बस अपने मामा और ननिहाल वालों से मिलना चाहती थीं इसमें उसका क्या दोष था| मुझे पुलिस से कोई इन्साफ नहीं चाहिए |
इन्साफ मेरी बेटी को मिलना चाहिए| एक होनहार बेटी के जाने के गम में पूरा परिवार टूट गया है | सुदीक्षा के पिता ने कहा “आज फिर एक तारा टूट गया”
पिता ने बताया की 2011 में सुदीक्षा का सिलेक्शन विद्या ज्ञान लीडरशिप एकेडमी में हुआ था|
वहीं से उनकी ज़िंदगी ने एक नया मोड़ लिए था | 2018 में उसने CBSE की परीक्षा में 98 % अंकों के साथ पुरे बुलंदशहर जिले में टॉप किया था| 2018 के अगस्त में ही वह अमेरिका गई थी|
सुदीक्षा अमेरिका के बॉब्सन कॉलेज से मैनेजमेंट कोर्स कर रही थी | और पिछले साल ही उसे HCL की तरफ से उसे ३.80 crore की स्कॉलरशिप मिली थी | सुदीक्षा को 20 अगस्त 2020 को अमेरिका वापस जाना था और जून में वह भारत आई थीं|
अपने मामा के घर माधव गढ़ जा रही थी सुदीक्षा अपने भाई निगम के साथ और रस्ते में एक बुलट सवार बुलंदशहर-गढ़ हाईवे पर ओवरटेक करके छेड़खानी कर रहा था | परिजनों ने यह बताया है की बुलट सवार ने मुस्तफाबाद गांव के मोड़ के पास स्कूटी के सामने आकर एकदम ब्रेक लगाए| जिस वजह से निगम स्कूटी का बैलेंस खो बैठे जिस कारण सुदीक्षा और निगम निचे गिर गए | निगम अस्पताल में हैं और सुदीक्षा अब इस दुनिया में नहीं रहीं|