लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं। राजनीतिक पार्टियां मुद्दों को सवारने में जुट चुकी हैं, वहीं जनता ने भी मन बना लिया है कि इस बार उसे किन मुद्दों पर वोट करना है और किसकी सरकार बनानी है। इसी के मद्देनज़र भारतखबर.कॉम की टीम लगातार जनता का मिजाज़ जानने जनता के बीच पहुंच रही है। गुरुवार को टीम राजधानी स्थित हजरतगंज इलाके में पहुंची और वहां मौजूद युवाओं से बातचीत की। बातचीत में युवाओं ने खुलकर अपनी बातों को रखा और योगी आदित्यनाथ के साढ़े चार साल के कार्यकाल पर प्रतिक्रिया दी, पढ़िए इस बातचीत के कुछ अंश…
‘हमने बीजेपी को वोट दिया था’
भारतखबर से बातचीत में युवाओं ने कहा, ‘हमने 2017 में बीजेपी को वोट दिया था, उस वक्त युवा वर्ग ने सोचा था कि रोज़गार मिलेगा, भाजपा के घोषणा पत्र में इस बात का ऐलान भी किया गया था। हालांकि, योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद केवल फीते पर फीते काटे गए हैं, कुछ नया काम नहीं किया गया। ये एंटी रोमियो स्क्वाड लेकर आए, इसमें कामयाबी नहीं मिली। उसके बाद इन्होंने गौ-माता का मुद्दा उठाया, आज स्थिति ये है शहर भर में गाय भटक रही हैं। इस सरकार की नियत काम करने की रही ही नहीं है।’
कोरोना महामारी की तैयारी क्यों की नहीं?
जनता ने सरकार पर आरोप लगाया और कहा, ‘महीनों पहले पता चल चुका था की कोरोना आएगा, बावजूद उसके स्वास्थ्य विभाग की तैयारी जीरो थी। बेड नहीं थे, ऑक्सीजन की कमी की वजह से न जाने कितनों की जान चली गई, वेंटिलेटर की कमी थी प्रदेश में, हॉस्पिटल फुल थे, आखिर क्यों नहीं इसपर ध्यान दिया गया। सरकार को जब पता था की ये महामारी आने वाली है तो तैयारियों में ढिलाई क्यों भर्ती गई, सरकार चुनाव कराने में व्यस्त थी।’
पारिवारिक कलह की वजह से चुनाव हारे अखिलेश
वहीं जनता का यह भी कहना है कि 2017 में अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के हारने के पीछे का कारण यादव परिवार में पारिवारिक कलह बनी। इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी को मिला और नरेन्द्र मोदी की लहर उत्तर प्रदेश तक पहुंची। हालांकि, नरेंद्र मोदी के नाम पर भी जनता ने भाजपा को चुना है वोट किया। जनता बोली, ‘भाजपा ने घोषणा पत्र में किये हुए वादों को नहीं निभाया, आज प्रदेश का युवा रोज़गार के लिए भटक रहा है, प्रदर्शन कर रहा है, सड़कों पर पुलिस की लाठियां खा रहा है, मुख्यमंत्री जी वादे करते नहीं थक रहे हैं।’
कांग्रेस में नेतृत्व की कमी
वहीं लखनऊ की जनता ने कांग्रेस पार्टी पर भी विचार रखे। लोगों ने कहा कि आज कांग्रेस में नेतृत्व की कमी है। पार्टी से कई सालों तक जुड़े रहे नेता भी दल बदल रहे हैं। इससे पार पाने की जरूरत है। जनता ने कहा, ‘अजय कुमार लल्लू और प्रियंका गांधी मेहनत कर रहे हैं, जनता के मुद्दों को भी उठा रहे हैं लेकिन शायद फायदा नहीं मिल रहा, इसके पीछे की वजह अभी क्लियर नहीं है।’