गोरखपुर: पूर्वांचल का प्रमुख जिला माने जाने वाले गोरखपुर में ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के नामांकन में सारी कानून व्यवस्थाएं ध्वस्त नजर आईं। जिले के सभी ब्लॉकों पर गुरुवार सुबह से ही नामांकन हो रहा था। इसमें समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच करीब सभी ब्लॉकों पर आपस में बवाल हुआ।
इससे किसी के गाड़ी के शीशे तोड़े गए तो किसी के ऊपर पथराव किया गया। वहीं, प्रशासन की बात करें तो इस चुनाव नामांकन में पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ। चरगामा ब्लॉक की बात करें तो सत्ताधारी दावेदार वंदना सिंह के पति प्रधान मुन्ना सिंह के काफिले पर जमकर हमला किया गया, जिसमें उनकी गाड़ियों को पूरी तरह क्षतिग्रस्त किया गया और कपड़े भी फट गए।
पूर्व विधायक के बेटे के काफिले पर पथराव
इसी तरह समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक पुत्र अमरिंदर निषाद के काफिले पर भटहट ब्लॉक के पास पथराव किया गया, जिसमें गाड़ी को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त किया गया और उन को दौड़ा लिया गया। अगर समय रहते नहीं भागते तो शायद उनके साथ बड़ी अनहोनी भी हो सकती थी। इसी क्रम में खोराबार ब्लॉक पर भी समाजवादी पार्टी के शैलेश यादव नामांकन करने जा रहे थे, उसी वक्त भाजपा समर्थक और समाजवादी समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। अगर बीच-बचाव में पीएसी बल नहीं उतरती तो शायद कितने लोगों की हत्याएं हो सकती थीं।
यही नहीं, सहजनवा ब्लॉक पर भी दबंगई का नजारा देखने को मिला, जहां लोगों ने आपस में एक-दूसरे को धमकी देते हुए जान से मारने तक की बात कही। इसी तरह चौरीचौरा ब्लॉक पर भी खुलकर गुंडई की गई, जहां पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर मामले को शांत कराया। गोरखपुर में अधिकतर इलाकों पर बवाल हुआ और प्रशासन की तैयारी धरी की धरी रह गई।