लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर ब्राह्मण राजनीति चरम पर है। पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और अब समाजवादी पार्टी (सपा) ने प्रदेश में ब्राह्मणों के उत्पीड़न पर चिंता जाहिर की है। इसे लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने रविवार को ब्राह्मण नेताओं के साथ एक बंद कमरे में बैठक की। इसमें सपा के प्रभावी ब्राह्मण नेता बुलाए गए थे।
ब्राह्मण नेताओं की कमेटी
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ब्राह्मण नेताओं के साथ की गई बैठक में ब्राह्मण समाज के उत्पीड़न पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ ब्राह्मणों के उत्पीड़न पर चिंता व्यक्त की बल्कि पार्टी के पांच बड़े ब्राह्मण नेताओं की कमेटी भी बनाई। यह कमेटी आने वाले समय में आंदोलन की रूपरेखा बनाएगी। इस दौरान अखिलेश ने सपा के ब्राह्मणों के साथ होने का दावा किया।
ब्राह्मण कमेटी में इन नेताओं को किया शामिल
बता दें कि 2022 से पहले करीब सभी राजनीतिक पार्टियां ब्राह्मणों का समर्थन प्राप्त करना चाह रही हैं, जिसे लेकर सपा भी अब फ्रंटफुट पर आ गई है। सपा प्रदेश में ब्राह्मणों के उत्पीड़न को लेकर सामने आई और बैठक कर गंभीरता से रणनीति तैयार की। इस बैठक में जो कोर कमेटी बनाई गई, उसमें माता प्रसाद पांडेय, मनोज पांडेय, अभिषेक मिश्रा, सनातन पांडेय और पवन पांडेय शामिल हैं।