सूबे में सत्ता पलह होने के बाद पूर्व सरकार पर कई बार निशाना साधा गया है। आए दिन सूबे में पूर्व सरकार ने किस तरह कामकाज किया है उसका एक अलग ही नजारा दिखाई दे रहा है। वही पूर्व सरकार के राज में भर्ती हुए अधिकारियों की भी पोल कई बार खुली है। ऐसे में योगी सरकार ने फिर एक बड़ा फैसला लिया है। अब सिविल सेवा में प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 2012 लेकर अब तक जितनी भर्तियां हुई हैं उसकी सीबीआई जांच कराई जाएगी। बुधवार को सीएम योगी ने सीबीआई जांच का ऐलान राज्य विधानसभा में किया है। सीएम योगी ने कहा है कि अपराधियों को संरक्षण देने वालों पर भी कार्रवाई का कानून बनाया जाएगा।
यह बात सीएम योगी ने साल 2017-18 के बजट पर चर्चा करते हुए कही है। इस दौरान सीएम योगी ने पूर्व सरकार पर भी हमला बोला है। दूसरी तरफ आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने से हुई मौत का भी सीएम योगी ने उल्लेख किया है। उन्होंने सपा के सदस्यों से सवाल करते हुए कहा है कि ‘इस संबंध में जो युवक गिरफ्तार हुआ है उसके संबंध सपा से थे?’ सीएम योगी ने पूर्व सरकार पर जमकन निशाना साधा और कहा कि तत्काल सरकार अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी और अपराधियों को संरक्षण देने वाले के खिलाफ भी सरकार कार्रवाई करेगी।
सीएम योगी ने पूर्व सरकार ने पीसीएस की खराब हालत करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि अब इसकी सच्चाई पर भी काफी सवाल उठाए जा रहे हैं। इसके बाद सीएम योगी ने साल 2012 से लेकर अब तक पीसीएस में हुई सभी नियुक्तियों की सीबीआई जांच कराने की बात कही है। पूर्व सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा है कि डेढ लाख पद पुलिस के लिए खाली हैं क्योंकि पूर्व सरकार के इरादे साफ नहीं थे, उच्चतम न्यायालय ने नियुक्तियों पर रोक लगा दी थी।