लखनऊ: उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है। प्रदेश के 75 जिलों में पंचायत चुनाव चार चरणों में होंगे।
राज्य में 15 अप्रैल को पंचायत चुनाव के पहले चरण की वोटिंग होगी। दूसरे चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। तीसरे चरण में 26 अप्रैल और चौथे चरण की वोटिंग 29 अप्रैल को होगी। वहीं, पंचायत चुनाव की मतगणना (वोटों की गिनती) 2 मई को होगी।
तीन जिलों की 13 ग्राम पंचायतों में नहीं होगा मतदान
वहीं, सीतापुर की तीन, बहराइच की एक और गोंडा जिले की नौ ग्राम पंचायतों का कार्यकाल पूरा न होने के कारण इन जिलों में मतदान नहीं होगा। पहले चरण का मतदान सभी 18 मंडल के एक-एक जिले में होगा।
यूपी पंचायत में सुप्रीम कोर्ट ने दखल से किया इनकार
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के पंचायत चुनाव के आरक्षण मामले में दखल देने से इनकार कर दिया है। शीर्ष अदालत ने गोरखपुर और अयोध्या के दोनों याचिककर्ताओं को हाईकोर्ट जाने के लिए कहा है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ताओं के वकील ने 1995 की आरक्षण सूची के आधार पर चुनाव करना बेहतर प्रयास था लेकिन उसको बदल दिया गया और हाइकोर्ट ने इसकी मुख्य दलीलों को नहीं सुना।
चुनाव में गड़बड़ी करने वालों पर लगेगा NSA
चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही उत्तर प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है। ऐसे में चुनाव के दौरान गड़बड़ी फैलाने वालों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) की कार्रवाई की जाएगी। पंचायत चुनावों में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम रहेंगे। इसके लिए जोनल मजिस्ट्रेट्स को भी खास जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
चुनाव के लिए नामांकन प्रकिया
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए पहले चरण का नामांकन तीन अप्रैल से शुरू हो जाएगा। हर चरण में चुनाव प्रचार के लिए प्रत्याशियों को लगभग एक हफ्ते का समय मिलेगा।
- पहले चरण के लिए- 3 अप्रैल और 4 अप्रैल
- दूसरे चरण के लिए- 7 अप्रैल और 8 अप्रैल
- तीसरे चरण के लिए- 13 अप्रैल और 15 अप्रैल
- चौथे चरण के लिए- 17 अप्रैल और 18 अप्रैल
किस जिले में किस चरण में होगा मतदान:
15 अप्रैल, पहला चरण (18 जिले): सहारनपुर, गाजियाबाद, रामपुर, बरेली, हाथरस, आगरा, कानपुर नगर, झांसी, महोबा, प्रयागराज, बरेली, रायबरेली, हरदोई, अयोध्या, बस्ती, संतकबीरनगर गोरखपुर, जौनपुर और भदोही।
19 अप्रैल, दूसरा चरण (20 जिले): मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतम बुद्ध नगर, बिजनौर, अमरोहा, बदायूं, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, गोंडा, महाराजगंज, वाराणसी और आजमगढ़।
26 अप्रैल, तीसरा चरण (20 जिले): शामली, मेरठ, मुरादाबाद, पीलीभीत, कासगंज, फिरोजाबाद, औरैया, कानपुर देहात, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, उन्नाव, अमेठी, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, चंदौली, मिर्जापुर और बलिया।
29 अप्रैल, चौथा चरण (17 जिले): बुलंदशहर, हापुड़, संभल, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मथुरा, फर्रुखाबाद, बांदा, कौशांबी, सीतापुर, अंबेडकर नगर, बहराइच, बस्ती, कुशीनगर, गाजीपुर, सोनभद्र और मऊ।
पंचायत चुनाव की स्थिति पर एक नजर
- ग्राम पंचायत की संख्या- 58,189
- ग्राम पंचायत के वार्ड- 7,32,563
- क्षेत्र पंचायत- 826
- क्षेत्र पंचायत के वार्ड- 75,855
- जिला पंचायत- 75
- जिला पंचायत के वार्ड- 3,051
- मतदान केंद्रों की संख्या- 80,762
- मतदान स्थल की संख्या- 2,03,050
- मतदाताओं की संख्या- 12.39 करोड़
- पुरुष मतदाताओं की संख्या- 53.01 प्रतिशत
- महिला मतदाताओं की संख्या- 46.99 प्रतिशत
यूपी बोर्ड एग्जाम की डेट बदलना तय
वहीं, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 अप्रैल से प्रस्तावित है। मगर, पंचायत चुनाव को देखते हुए यूपी बोर्ड की परीक्षाएं आगे टलना लगभग तय हो गया है।
पंचायत चुनाव में ड्यूटी से शिक्षामित्रों का इनकार
उधर, उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ ने सरकार की उपेक्षा से पंचायत चुनाव में ड्यूटी न करने का निर्णय लिया है। यही नहीं संघ ने ये भी कहा कि, वे आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम में भी ड्यूटी नहीं करेंगे।
दरअसल, शिक्षक संघ का कहना है कि, केंद्र व राज्य सरकार शिक्षामित्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कोई कोशिश नहीं की है। अल्प वेतन में शिक्षामित्रों से शिक्षण कार्य के साथ चुनाव ड्यूटी का कार्य भी कराया जा रहा है। इसीलिए संघ ने फैसला किया है कि यदि शिक्षामित्रों की मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया तो वे शिक्षण कार्य के अलावा कोई दूसरा कार्य नहीं करेंगे।