लखनऊ: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार रही है। इसी क्रम में बीजेपी ने पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी को पहले टिकट दिया और फिर वापस ले लिया।
दरअसल, रविवार को बीजेपी ने उन्नाव के फतेहपुर चौरासी से घोषित भाजपा जिला पंचायत सदस्य संगीता सेंगर का टिकट काट दिया है। इस बात की जानकारी खुद प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने वीडियो जारी करते हुए दी है। उन्नाव में तीसरे चरण (24 अप्रैल) में चुनाव होंगे, जिसके लिए 13 अप्रैल से नामांकन शुरू होगा।
पार्टी में उठने लगे थे विरोध के स्वर
पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर उन्नाव की निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। बीजेपी ने उनको एक बार फिर टिकट दिया था, जिसके बाद से पार्टी में ही इसका विरोध शुरू हो गया था।
भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सभी चुनाव जीतने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि, कार्यकर्ताओं के परिश्रम की परिकाष्ठा के आधार पर भाजपा हर जगह पर जिला पंचायत के साथ ही हर वार्ड में भी चुनाव जीतेगी। उन्होंने कहा कि, हर कार्यकर्ता से कहा गया है कि वह पार्टी के उम्मीदवार के साथ पूरे जोश के साथ लगें और हर बूथ को मजबूती दें।
भाजपा अध्यक्ष ने की टिकट रद्द होने की पुष्टि
यूपी बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि, पंचायत चुनाव के लिए विभिन्न स्तरों पर समीक्षा हो रही है। उन्नाव में फतेहपुर चौरासी वार्ड नंबर 22 से श्रीमती संगीता सेंगर का टिकट हो गया था, जिसे अब रद्द किया जाता है। संगीता सेंगर अब बीजेपी की अधिकृत प्रत्याशी नहीं रहेंगी। उन्होंने कहा कि, उन्नाव जिला अध्यक्ष से आग्रह किया गया है कि वह जल्द ही इस वार्ड से तीन प्रत्याशियों का नाम भेजें, जिससे एक नाम फाइनल हो सके।
गौरतलब है कि बीजेपी ने बीते गुरुवार को उन्नाव के बांगरमऊ से बीजेपी के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को फतेहपुर चौरासी वार्ड से जिला पंचायत सदस्य उम्मीदवार घोषित कर दिया था। कुलदीप सिंह सेंगर उन्नाव के बहुचर्चित माखी कांड में दुष्कर्म और पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। इसी कांड की वजह से बीजेपी ने सेंगर को पार्टी से निष्काषित कर दिया था। कुलदीप सेंगर बांगरमऊ से विभिन्न पार्टियों से चार बार विधायक रह चुके हैं।