लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नगरीय निकायों में काम करने वाले आउटसोर्सिंग सफाईकर्मियों के लिए खुशखबरी है। राज्य सरकार ने अब इनका मानदेय बढ़ा दिया है।
प्रदेश सरकार ने आउटसोर्स के माध्यम से नगरीय निकायों में काम करने वाले सफाईकर्मियों को अब मानदेय के रूप में 308 रुपये से बढ़कर 336.85 रुपये प्रतिदिन मिलेंगे। यानी अब महीने की चार छुट्टियां हटाकर सफाईकर्मियों को 26 दिनों का मानदेय 8758 रुपये मिलेगा। यह लाभ प्रदेश में करीब पांच हजार से अधिक ठेके के माध्यम से काम कर रहे सफाई कर्मचारियों को मिलेगा। नगर विकास विभाग द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।
साल 2019 में हुआ 308.18 रुपये मानदेय
जानकारी के लिए बता दें कि यूपी में वर्ष 2014 में आउटसोर्सिंग सफाईकर्मियों का मानदेय 250 रुपये प्रतिदिन था, जिसे मई, 2019 में बढ़ाकर 308.18 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया था। इस हिसाब से मौजूदा समय में सफाईकर्मियों को प्रति माह 8012.73 रुपये मिल रहा है। श्रम कानूनों के मुताबिक, अब सरकार ने इसे 336.85 रुपये प्रतिदिन कर दिया है यानी अब इन्हें प्रति माह 8758 रुपये मिलेंगे।
नगर विकास विभाग ने नगर आयुक्तों व अधिशासी अधिकारियों को निर्देश देते हुए आउटसोर्सिंग सफाईकर्मियों को इसी आधार पर बिना किसी कटौती के भुगतान करने को कहा है। श्रम कानूनों के अनुसार, दैनिक मजदूरों का मिनिमम (न्यूनतम) वेतन नए सिरे से तय किया गया है। इसके आधार पर श्रम विभाग ने नगर विकास विभाग को पत्र भेजा।
न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1948 के तहत श्रम विभाग ने श्रमिकों, कार्मिकों को मूल दरों व देय परिवर्तन मंहगाई भत्ते की व्यवस्था का निर्धारण किया है। इसके आधार पर नगरीय स्थानीय निकायों में सेवा देने वाले या ठेके के माध्यम से कार्य करने वाले ए सफाई श्रमिकों या कार्मिकों को प्रतिदिन 336.85 और प्रति माह 8758 रुपये देने की व्यवस्था की गई है।