लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से एक दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक बुजुर्ग की मौत इसलिए हो गई क्योंकि फोन करने के बावजूद घंटों एंबुलेंस नहीं पहुंची। उस गरीब बेटे के पास पिता को अस्पताल तक ले जाने के लिए कोई साधन नहीं था और निजी वाहन करने के लिए शायद पैसे नहीं होंगे।
मामला खीरी जनपद के खमरिया सीएचसी का है। 70 वर्षीय चंद्रिका प्रसाद की तबियत जब अचानक खराब हुई तो उनके बेटे उन्हें इलाज के लिए नजदीकी सीएचसी यानी खमरिया लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टर्स ने उनकी हालत देखी तो चंद्रिका की हालत नाजुक थी, जिसके चलते उन्होंने उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
एंबुलेंस न पहुंचने से पिता ने तोड़ा दम
पिता को जिला अस्पताल ले जाने के लिए उनके बेटे ने एंबुलेंस को फोन किया। कॉल सेंटर पर बात हुई और एंबुलेंस के पहुंचने का आश्वासन मिला, लेकिन करीब दो घंटे बीत गए और एंबुलेंस नहीं आई। इस दौरान चंद्रिका प्रसाद की हालत और बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया। इस खबर से परिवार में कोहराम मच गया।
बाइक पर शव ले गए बेटे
पिता के इलाज कराकर उन्हें ठीक करवा लेने की आस में चंद्रिका के साथ मौजूद उनके बेटे बेसुध हो गए। मामला अभी यहीं नहीं थमा। एंबुलेंस का इंतजार अभी भी था, लेकिन एंबुलेंस का कहीं अता-पता नहीं था। मजबूर होकर बेटे पिता के शव को बाइक पर लेकर चल दिए। मगर, प्रशासनिक व्यवस्था की इस लचर रवैये ने न जाने कितने सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं।
सपा ने साधा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर निशाना
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल!
लखीमपुर खीरी में एंबुलेंस ना मिलने की वजह से शव को बाइक पर ले जाना पड़ा।
सरसौल CHC में 4 घंटे तक फर्श पर तड़पती रही महिला।
स्वास्थ्य आपातकाल के दौर में भी प्रदेश के अस्पताल खुद बीमार और एंबुलेंस सेवा लाचार है। pic.twitter.com/Pu3DICwUoH
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) August 4, 2021