वाराणसी: काशी में रविवार को रुद्राक्ष अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के सामने समाजवादी पार्टी के पार्षदों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि पहले की गई घोषणा के मुताबिक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में नगर निगम का सदन चलाने के लिए जगह दी जाए। महापौर और पार्षदों को कक्ष आवंटित हो। अगर मांगें नहीं मानी गईं तो सपा बड़े पैमाने पर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगी।
कांग्रेस ने भी किया था प्रदर्शन
बता दें कि बीती 15 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया था। बीते शनिवार को कांग्रेसियों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि अगर इसमें नगर निगम के सदन की व्यवस्था नहीं की गई तो सोमवार को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं, आज सपाइयों ने भी यही मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
सपा पार्षद दल के मुख्य सचेतक हारून अंसारी ने कहा कि, वर्ष 2018 में महापौर कक्ष, प्रेक्षागृह और नगर निगम का सदन इसलिए ध्वस्त किया गया था, ताकि कन्वेंशन सेंटर बन सके। उस समय यह तय हुआ था कि इन चीजों की व्यवस्था कन्वेंशन सेंटर में ही की जाएगी। वहीं, अब ये कहा जा रहा है कि कन्वेंशन सेंटर में एक घंटे की बुकिंग के लिए एक लाख रुपये चार्ज लगेगा।
वाराणसी में निजीकरण की शुरुआत: सपा
सपा पार्षदों ने आरोप लगाते हुए कहा कि, वाराणसी में भी प्रधानमंत्री ने निजीकरण की शुरुआत कर दी है। ऐसे में अब उन लोगों का क्या होगा, जो कम पैसे में प्रेक्षागृह में कोई भी आयोजन कर लेते थे। महापौर कहां बैठेंगी? नगर निगम का सदन क्या ऐसे ही अस्थायी तरीके से टाउनहॉल में चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि, समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को लेकर चुप नहीं बैठेगी। हम काशी के हर निवासी को बताएंगे कि प्रधानमंत्री ने वाराणसी में भी विकास के नाम पर निजीकरण का खेल शुरू कर दिया है।