लखनऊ: राजधानी के गोमती नगर स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष व महामंत्री ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। इस दौरान संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रणजीत सिंह यादव ने संस्थान के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की साल 2015 से वेतन ना बढ़ने की बात बताते हुए वेतन बढ़ोतरी की अपील की।
अलग-अलग पदों पर करीब 2000 कर्मचारी
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रणजीत सिंह यादव ने राज्यपाल से मुलाकात कर आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की दुर्दशा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि, संस्थान में सेवा प्रदाता फर्म ने अलग-अलग पदों पर करीब 2000 आउटसोर्सिंग कर्मचारी रख रखे हैं। इन कर्मचारियों ने कोरोना काल में जी-जान लगाकर भर्ती मरीजों की खूब सेवा की, लेकिन उन्हें अतिरिक्त भत्ता तक नहीं दिया गया।
कर्मचारी संघ अध्यक्ष ने बताया कि, बीते कई सालों से आउटसोर्सिंग कर्मचारी वेतन बढ़ोतरी की मांग लगातार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक एक पैसा भी वेतन के नाम पर नहीं बढ़ा है। यह हाल तब है जब 9 अगस्त, 2018 को गठित वेतन समिति की रिपोर्ट में एनएचएम के बराबर आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को वेतनमान दिए जाने की संतुस्ति की गई थी।
इतना वेतन दिए जाने की मांग
रंजीत सिंह यादव ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को मिल रहे वेतन के बारे में बताते हुए कहा कि, इतने कम पैसे में महंगाई के इस दौर में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का जैसे-तैसे गुजारा हो रहा है। वहीं, लोहिया संस्थान के संविदा कर्मचारी संघ ने राज्यपाल से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन 14,842 रुपए और नर्सिंग पैरामेडिकल व कंप्यूटर ऑपरेटर कर्मचारियों को नेशनल हेल्थ मिशन के समान वेतनमान दिए जाने की भी अपील की है।